नई चेतना - 3

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” हाँ माँ ! वही धनिया ! अपने कारखाने में ही काम करती है । बहुत अच्छी और मेहनती लड़की है माँ । आपको बहुत खुश रखेगी । आपकी सेवा करेगी । ” अमर एक ही सांस में कई बातें बता गया ।” बेटा ! ये तूने क्या किया ? पसंद किया भी तो किसे ? वो जो गाँव में रहने के लायक भी नहीं ? ऐसे लोगों से रिश्तेदारी तेरे बाबूजी कभी पसंद नहीं करेंगे । माना कि धनिया बहुत अच्छी लड़की है , खुबसूरत है, मेहनती है लेकिन आखिर बिरादरी और समाज भी तो कुछ होता है ।