विवेक और 41 मिनिट - 8

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विवेक और 41 मिनिट.......... तमिल लेखक राजेश कुमार हिन्दी अनुवादक एस. भाग्यम शर्मा संपादक रितु वर्मा अध्याय 8 केल्मपाकम के अंदर एक कि.मी. दूर पेडों के बीच में जगज्योति स्वामी जी का आश्रम था विवेक और विष्णु ने कार से ही देखा आश्रम के नजदीक आते समय पहले से ही बहुत सी गाडीयां पार्क करी हुई थीं हरे रंग के कपड़े पहने स्वामी के भक्त लोग जहां तक निगाह जाए सभी जगह दिखाई देरहेथे “बॉस..........” “हुम...........” “इतनी भीड़ होने के बावजूद एक छोटी सी आवाज भी नहीं हो रही है आपने देखा..............?” “सुचमुच में ये मन