विवेक और 41 मिनिट.......... तमिल लेखक राजेश कुमार हिन्दी अनुवादक एस. भाग्यम शर्मा संपादक रितु वर्मा अध्याय 6 गोल मेज, मेज के चारों ओर पुलिस कमिश्नर पारांकुशम, डिप्टी पुलिस कमिश्नर संजय, सहायक आयुक्त राय, विवेक, विष्णु आराम कुर्सियों में बैठे हुए थे विवेक अपने हाथ में रखी उस मोती की माला को मेज पर रखते हुए बोला- “ये माला मारअप्पन ने गड्ढे में से चोरी से निकाल लिया था इसे देखने में मोती की माला जैसे होने पर भी सच में ये माला में लगे मोती नहीं है मोती जैसे दिखने वाले ये तो पारे की गोलिया