क्षितिज के उस पार, उगते सूरज की स्वर्णिम किरणों को देखने का रोमांच बहुत ही ख़ास होता है. अस्त होते प्रकाश-पुंज से भी अधिक! क्योंकि तब वह अपनी ऊर्जा को चुका कर विदा लेता है, पर अल्लसुबह सूर्य का उदय होना, अंधेरों का हरण कर, अपने प्रकाश-पुंजों से इस धरती की चमक को बनाये रखना एक बेहद खूबसूरत प्रक्रिया है. तब लगता है कि सूर्य ही जीवन है. शेष समय लगता कि मानों जीवन अपनी धीमी गति से बस धीमे-धीमे चले जा रहा है. हर दिन की तरह आज भी शाम ढ़लते ही सूरज का लालित्य युक्त गोला दूर-- दूर