ओस की बूंदें - मुक्तक संग्रह

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फूल खिला है उस महक से जान लेते हैं।कदमों की आहट से कहाँ अन्जान रहते हैं।जबसे तेरा अक्स दिल में उतर आया है ,आंखें बंद हो तो भी तुम्हें पहचान लेते हैं। ***तुमने देखा इस तरह शरमा गए हम ।ज़रा नज़दीक आए तो घबरा गए हम ।सोचा था इस प्यार का राज़ न खुले, नहीं मालूम कैसे चर्चा में आ गए हम। ***तुम्हारे पास सुंदरता का खज़ाना है। खिलते फूल सा तेरा मुस्कुराना है। हाथों में हाथ ज़रा थाम कर देखो, पूरी जिंदगी तुम्हारे साथ बिताना