जर्नलिज़्म नीलम कुलश्रेष्ठ (2) श्री वर्मा ने एक मीटिंग में ये बात बताई थी, "बहुत वर्षो पहले ठाकुरों का पूरे उत्तर प्रदेश में दबदबा था. कारण ये था कि उनके परिवार का एक सद्स्य घर से घोड़े पर निकाल जाता था. उसका मन जहाँ आता था, वहाँ एक तलवार गाढ़ देता था. बस उसके आस् पास का इलाका उसकी जागीर बन जाता था. मजाल है कोई उसकी उसकी तलवार को हाथ भी लगा दे. यदि किसी में हिम्मत होती तो उसे हट्टे कट्टे ठाकुर से लड़ना होता था. इसी तरह उस तलवार के इर्द गिर्द गांव बसता जाता, इसी तरह