केसरिया बालम पधारो म्हारे देश....... अरावली पर्वत की गोद में बसा अजमेर जहाँ सुबह - शाम के अद्भुत नजारों को देखती आँखें नहीं अघातीं, पर्वतों के सीने से उठता धुंआ ह्रदय में ऐसा समाया कि कहीं और जाने की इजाजत ही नहीं दे रहा था l सितम्बर माह तो बरसात का होता है l बरखा रानी बादल की डोली पर सवार होकर झूमती - इठलाती घर - आँगन, खेतों में सज - संवर कर उतरती है l रिमझिम फुहारें तन - मन को भिगो कर उमंग से भर देती हैं l जैसा कि सब जानते हैं कि राजस्थान में वर्षा कम होती है, लेकिन,