शर्मा : कैसे हैं केशव जीकेशव : नमस्कार शर्मा जी मैं अच्छा हूँ आप अपनी सुनाइएशर्मा : मैं भी अच्छा हूँकेशव : आइये कुछ देर शतरंज खेली जायेशर्मा : नहीं केशव जी आज वक़्त नहीं हैकेशव : कुछ जरूरी काम से जा रहे थे शायदशर्मा : जी है अपने दोस्त मुन्ना के पास चलना है आप भी क्यों नहीं चलतेकेशव : मुन्ना वही न जो अपने साथ कॉलेज मैं थाशर्मा : जी हाँ वहीकेशव : उनके यहां पर क्या है आजशर्मा : उनके पुत्र एवं पुत्रवधु ने आत्महत्या कर ली हैकेशव : हाँ मुझे पता चला थे और मैं पिछले