अंतिमसंस्कार के बाद डी.सी.पि. प्रताप चौहाण ने अपने ड्राइवर को अपनी गाडी लेकर पुलिस स्टेशन पहोचने को कहा और अपने दोस्त जगदीशभाई से कहा मैं तेरे साथ तेरी कार मैं चलता हू , तू मुजे पुलिस कमिश्नर ओफिश ड्रॉप कर देना , इसी बहाने तेरे साथ कुछ बाते भी हो जायेगि । फिर दोनो दोस्त चलती कार मैं बाते करने लगे। डी.सी.पि. प्रताप ने जगदीशभाई से कहा की यू.पि. से कपूर का फोन आया था । बता रहा थी की किशन की बॉडी के पास से जो मोबाईल मिला है , उसकी जाँच करने से पता लगा है की