भगवान की भूल प्रदीप श्रीवास्तव भाग-2 यह बात मां ने न जाने कितनी बार बताई कि लखनऊ आए दस दिन भी न बीता था कि एक रात वह उनके सौंदर्य में खोए हुए बोले कि ‘जब तक नौकरी स्थाई नहीं होगी तब तक बच्चे नहीं पैदा करेंगे।’ उस समय तो वह कुछ नहीं बोलीं लेकिन जब एक दिन बाद ही वह उन्हें फेमिली प्लानिंग के लिए एक हॉस्पिटल लेकर जाने लगे तब उन्होंने मना किया। ‘देखो इतनी जल्दबाजी मत करो। लोग कहते हैं कि शुरू में ही यह सब करने से फिर आगे कई बार ऐसा भी होता है कि