ना - मौजूदगीखाली नहीं है नामौजूदगी तेरी, ये भरी हुई है तेरी याद से, तुझसे की थी मैंने हर उस बात से... जाना भरी हुई है ना मौजूदगी तेरी, किनारों तक तेरे एहसास से... इस कमरे का जो ये खाली कोना है, याद है मुझे यहां जब तू करीब मेरे आया था, मेरी उंगलियों से उंगलियां अपनी उलझा कर, मेरी तरफ देख मुस्कुराया था, हौले से मुझे अपनी और कर, तू लबों को कानों तक लाया था, "तू चली गई तो रह ना पाऊंगा", ये कहकर सीने से लगाया था, आज जो तू नहीं है तो गूंजता है, यह कोना