'श्वेत' का प्यार

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प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता, ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता, दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की उस के बिना जिया नहीं जा सकता. तू नहीं और भी है मैखाने इस ज़माने मै, तेरी गली आखरी पड़ाव तो नहीं । तूने निकाल दिया महफ़िल से, ये ग़म मेरे सीने मै नहीं । मै अपना रास्ता खुद्द बनाउंगी, उम्मीद की किरण दिल मे बुजी नहीं । 'श्वेत' तो एक हमसफ़र है रास्तों पर, भगवान तो नहीं । दिल अगर CPU होता तो सभी यादों को SAVE कर सकते , दिमाग अगर