'राम का जीवन या जीवन में राम' - एक अवलोकन

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राम का जीवन या जीवन में राम – अनघा जोगलेकर (एक संक्षिप्त अवलोकन ) साहित्य लेखन में जितना कठिन किसी वास्तविकता से जुड़े विषय पर लिखना होता है, उससे भी कहीं अधिक कठिन होता है किसी ऐतिहासिक या पौराणिक चरित्र पर अपने मन के भावों को कल्पना के साथ समाहित करते हुये लेखन करना। और यदि यह लेखन किसी आस्था से जुड़े विषय पर किया जाए, तो उससे जुड़ी चुनौतीयों का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक चुनौतीपूर्ण लेखन हुआ है लेखिका अनघा जोगेलेकर की लेखनी से। अनघा की लिखी पुस्तक "राम का जीवन या