बिटिया! बदल गई तुम मेरी प्यारी बिटिया, ढेरों प्रेम भरा स्नेह और आशीर्वाद। जानता हूँ अपने मेल बॉक्स में मेरी मेल देखकर तुम हैरान अवश्य हो रही होगी, क्योंकि शायद ही कभी मैंने तुम्हें कोई पत्र लिखा होगा और वह भी इस आधुनिक ढंग से। दरअसल आज सुबह से ही तुमसे कुछ कहना चाहता था लेकिन फ़ोन पर कह सकूँगा या नहीं, इस बात का संशय था। फिर पत्र में लिखकर भेजने का विचार आया, लेकिन डाक में इसका जल्दी मिलना भी संभव नहीं था। और मैं अपनी बात तुम तक जितना जल्दी हो सके, पहुँचा देना चाहता था। अनायास