आज राजन की बीमारी को पूरे आठ माह हो चुके थे । जबसे डाक्टरों ने राजन को एड्स होने की संभावना बताई थी तब से ही उसके निकट के रिष्तेदार, अड़ौसी-पड़ौसी कार्यालय के साथी ही नहीं स्वयं उसकी पत्नी माला भी उससे दूर-दूर रहने लगी थी । पूरा परिवार शोक-ग्रस्त और दुःखी था । जैसे सभी ने उसे उसकी मृत्यु के पूर्व ही एक ज़िन्दा लाष समझ लिया था और एक-एक दिन गिन लोग उसकी मृत्यु का इन्तज़ार करने लगे थे ।