अमिता दी लगातार फोन कर रही थी...... तबसे, जबसे उनकी बेटी की शादी तय हुई थी..... जरूर आना है ..... की रट्ट....पहले डेट नवम्बर में फिक्स हुई थी .....पर टलते टलते अब जाकर मई में फाइनल हुई है, मेरे पास भी कोई बहाना नहीं था। न जाने की। बेटी बाहर हास्टल में थी और बेटे की छुटिट्याॅ चल रही थी। बस मौसम को लेकर पशोपेश में थी पता नहीं लोग गर्मियों में क्यों शादी रख लेते है। गर्मियों मे तो आपने घर की सूकून भरी ठंडक ही भाती है।