यह कुछ समय पहले की बात है। एक छोटे से गांव में अग्नि नाम का लड़का रहता था। अग्नि पढाई में बहुत होशियार और मेहनती था। अग्नि ऐ.पी.जे अब्दुल कलाम को अपनी प्रेणना मानता था और उनकी तरह ही वैज्ञानिक बनकर देश के लिए कुछ करना चाहता था। अग्नि अपनी मेहनत और लगन से वेज्ञानिक बना और ख़ुशी से जीवन बिताने लगा। परन्तु 27 जुलाई 2015 जब अब्दुल कलाम का निधन हुआ तो पूरे देश के साथ उसकी भी आँखे नम थी। वह अब्दुल कलाम से कभी नही मिल पाया था, इस विचार से दुखी होकर अग्नि अब्दुल कलाम के