अनजान मुहाफ़िज

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कहानी (अनजान मुहाफ़िज)-----------------------------------सम्पदा जैसे हीआॅफिस बाहर निकली धीमी हवा ने प्रचण्ड आँधी-तूफान का रुप ले लिया ।वह सड़क किनारे खड़ी होकर टैक्सी की राह देखने लगी ।तेज हवा से उसकी साड़ी का पल्लू शामियानें की तरह लहराने लगा ।वह हवा के साथ ऐसे हिचकोले खाने लगी जैसे यह प्रचंड वेग ही उसे गनतव्य तक पहुँचाएगा ।कुछ देर बाद उसके पास एक टैक्सी आकर रुकी,उसने बैठते हुए बस स्टाॅप चलने को कहा ।उसके बस स्टाॅप पर पहुँचते ही रिमझिम बारिश शुरु हो गई ।बारिश उसे बहुत अच्छी लगती थी लेकिन इस तरह मौसम बिगड़ने से उसे कोफ़्त होने लगी ।दूसरी तरफ