इंतज़ार

  • 3.3k
  • 965

ओह सात बज गए। वो आ गये होंगे तो फिर सुबह ख़राब होगी। रचना ब्रश किये बगैर ही किचन मे चली गई। आलाप मॉर्निंग वॉक करने जाते वहां से आने के बाद गरम पानी में शहद डालकर पीता। रचना ने गरम पानी टेबल पर रखा और शहद की बोटल, चमच और खाली ग्लास भी रखा फिर खुद ब्रश करने चली गई। नित्यक्रम निपटाकर आई पर अबतक आलाप आये न थे। आज क्यों देर हुई होगी? वो सोचने लगी। फोन कर के देखूँ? उसने मोबाइल हाथ में लिया। नहीं नहीं गुस्सा करेंगे सोचकर वापस टेबल पर रख दिया। चलो नास्ता ही