नियति - 11

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शिखा आश्वस्त नहीं थी, वह रोहन के दिल को और टटोलना चाहती थी। लेकिन रोहन के होठ उसके गालों को चूमते हुए उसके कानों तक पहुंच रहे थे। उसकी बाहें कसती जा रही थी और शिखा का दिल अपना होश खोता जा रहा था। लेकिन दिमाग चाहता था पहले कुछ बातें और साफ हो जाए। उसने धीरे से रोहन को धकेलते हुए कहा, जब एहसास हुआ रिया की शादी की रात क्या हुआ था तो कैसा लगा था ।