गुब्बारे की हवा आर0 के0 लाल अपनी बर्थडे की उमंग में गुब्बारे फुलाते हुए मेरे सात वर्षीय पोते ने पूछा- “ बाबा मेरी पार्टी में आपके कोई रिश्तेदार या दोस्त क्यों नहीं आते जबकि आप बताते हैं कि शहर में आप के बहुत ढेर सारे रिश्तेदार हैं। जो लोग आते भी हैं वे या तो पापा-मम्मी के दोस्त होते हैं, उनके ऑफिस वाले होते हैं अथवा नाना-नानी, मामा-मामी, मौसी-मौसा होते हैं। कभी कभार बुआ या चाची चाचा भी आ जाते हैं। आप अपने रिश्तेदारों, दोस्तों को क्यों नहीं बुलाते हैं?” आख़िर रिश्तेदार क्या होते हैं? मैं