शिखर ने आगे जो बताया उस हिसाब से ना तो उसकी पढ़ाई ऐसी थी कि उसे चपरासी से आगे कोई नौकरी मिल पाती ना ही कोई ऐसा काम जानता है कि उसके हिसाब से शहर में कुछ कर पाएगा। मुझे लगा कि यह बाप के बाद खेत, घर सब बेच-बाच कर चला जाएगा। शहर में कुछ कर पाएगा नहीं। और फिर एक दिन सड़क पर आ जाएगा।