रात ११ बजे के बाद ‌‌‌‌--भाग ७

  • 5.2k
  • 4
  • 1.7k

उसने फायर किया मैं सावधान था और तुरंत दौडकर जीने को ओर भागा मैं तेजी से कूदता हुआ जीना पार कर रहा था तभी दूसरी गोली मेरे पास से निकल गयी मैं लान से होता हुआ घर के पिछवाडे की दीवार से दूसरी तरफ कूद गया मैं वहाँ यह देखकर अचंभित हो गया कि वहाँ पर दो गाडियों में छः सात लोग बैठे हुये थे और वे मेरा ही इंतजार कर रहे थे उनमें से एक ने कहा अरे इसे तो बेहोशी की हालत में बाहर लाया जाना था परंतु यह तो होशोहवास में हैं इतना कहकर उन लोगों ने