आज उसने शहर से दूर उस सफेद बंगले पर निगाहें टिकाए हुई थी। और वह बस मौका मिलते ही बंगले पर हाथ साफ करने की ताक में था। तकरीबन 20 22 साल का वह लड़का दिखने में गोरा चिट्टा मोटी-मोटी काली आंखें सफेद रंग का शॉल ओढ़े हुए वह रात के घनघोर अंधेरे में किसी जुगनू के समान प्रतीत हो रहा था। मौका हाथ लगते ही वह खिड़की से बंगले में प्रवेश करता है। और बहुत ही सावधानी से हॉल में रखी हुई सभी कीमती चीजों को इकट्ठा कर लेता है। लेकिन उसकी निगाहें तिजोरी वाली जगह को ढूंढ रही