मेरी जींदगी की तीन गलती भाग - २

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    में जिंदगी मे अपनी गलतीयों से ही सीखी हुं कभी कभी हम दुसरो पर खुद से भी ज्यादा भरोसा कर ते है, वहीं हमको जिंदगी जीना शिखा जाते है,मेरी गलती मुजे सही गलत को परख ना सिखा गई,   कभी कभी लोग हमको अपनेपन का दिलासा देके  हमको सपनों की पोलीसी देकें लोग हमको पागल बनातें है, वो लोग ए नहीं सोचते की आज इसकी तो कल मैरी भी बजने वाली है, कीसी का खराब वख्त देखा नहीं और मजाक उडाने आ जाते है,लोगों ने तो राम, क्रिष्ना,मुहम्म्द साहेब नानक गुरु,जीसस वर्धमान, बुद्ध को भी न छोडा तो हम