शायद मैं बड़ा हो गया हूँ,

  • 8.3k
  • 1
  • 844

1..... मौत दरवाजे पर खड़ी इंतजार कर रही थी,दर्द के दिये को गुलजार कर रही थी,सभी गमजदा थे मंजरे मौत को देख,जो कभी किसी से हारा नहीं ,आखिर वो मौत से हारकर बेजान पड़ा था। 2.....मंजरे मौत को देखा तो जिंदगानी याद आई,अतीत को देखा तो जवानी याद आई,असहाय पड़ा जब मौत की सैया पर,तब जाकर अपने कर्मो की कहानी याद आई। 3....समय का खेल देखो यारो, बीबी आने के बाद भाई के भाव बदल जाते है,जिस भाई से कभी आँख नही मिलाता था, उसी भाई को आँख दिखाये जाता है।जिस माँ की बनाई रोटियां झपट कर चाव से खाते थे