पथ भाग ३

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यदि वे तुम्हें कोई सलाह दे तो अच्छी तरह सोच समझकर ही कोई निर्णय लेना। यदि सच्ची मित्रता और ईमानदारी मिल जाती है तो जीवन के अधिकांश अभाव स्वमेव समाप्त हो जाते हैं। जीवन में यदि तुम सच्चा मित्र चाहते हो तो तुम स्वयं अच्छे मित्र के गुण अपने में विकसित करो। तुम्हारे दादा जी कहा करते थे कि वह उद्योगपति बहुत भाग्यवान होता है जिसे वकील, डाक्टर एवं राजनीतिज्ञ सच्चे मित्र के रुप में प्राप्त होते हैं एवं उचित समय पर उचित सलाह देते हैं। वे इस कथन को सत्य करके दिखलाते हैं कि परहेज उपचार से बेहतर होता