छोटा भाई समझ नहीं पा रहा था कि वह क्या करें? वह अपने बड़े भाई के पास दब के रहता था। धीरे-धीरे उसके मन में कुंठा उपजने लगी। इसका असर यह हुआ कि वह दब्बू किस्म का बच्चा बन गया था। सारे लोग उस पर हंसते। वो लगातार अपने उपर हो रहे हास परिहास को देखता, सहता , पर प्रतिरोघ न कर पाता। उसकी दादी को उस पर बहुत दया आती थी। वह बार-बार जाकर अपनी दादी के पास अपना दुख बताता। दादी को भी समझ नहीं आ रहा था कि दोनों भाइयों में कैसे प्रेम उत्पन्न कराए। उसी समय गांव के वैद्य साहब आए थे। उन से सलाह लेने के लिए दादी पहुंची। दादी ने बताया कि कैसे बड़ा भाई अपने छोटे भाई पर अत्याचार कर रहा है।