अक्षय बाइक को उस गली के कोने तक ले गया और फ़िर अनुश्री के घर से पहले वाली गली में उसको मोड़ा और फ़िर से अनुश्री के घर की गली में ले कर आया और इस बार उसने बाइक को अनुश्री के घर के दरवाज़े के बिलकुल सामने रखा तब तक अनुश्री अपने बाल सुखा चुकी थी और उन्हें अपने टॉवेल में बांध चुकी थी और जैसे ही अक्षय ने बाइक रोकी उसकी नज़र शांतनु पर पड़ी और शांतनु की अनुश्री पर शांतनु और अक्षय को अपने घर के दरवाज़े पर देख अनुश्री आश्चर्यचकित हो गयी “हेय, वाओ! व्होट अ सरप्राइज? शांतनु...आप यहाँ?” अनुश्री के चेहरे के हावभाव उसकी ख़ुशी ही दिखा रहे थे