एक समय था जब कृषि प्रधान हमारे इस देश में जनता का पेट भरने लायक खाद्यान्न उत्पादन भी नहीं हो पाता था। हमें दूसरे देशों से अनाज का आयात करना पड़ता था। यह एक शर्मनाक स्थिति थी। इस स्थिति से देश को बाहर निकाला हरित क्रांति के जनक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन ने। देश के इस सपूत की वजह से आज हम खाद्यान्न उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर हैं।