तोड़-फोड़ - खटपट नाविल के पढ़नेवाले बड़े परेशान होंगे कि आखिर इस बेतुकी हाँक के क्या मानी! मगर इसमें परेशानी और खराबी की क्या बात है? मजमून का चेहरा तो मुलाहजा फरमा लीजिए - हम तो खुद इसके कायल हैं कि 'बेतुकी हाँक' है। अब इसका खुलासा हमसे सुनिए - लाला जोती प्रसाद नामी एक बुजुर्गवार बड़े शराबखोर, बदमस्त और मुतफन्नी थे। उनके भाई-बंदों दोस्तों, - बड़ों-छोटों ने समझाया कि भाई - ऐब भी करने को हुनर चाहिए!