प्रेम आज खेल हो गया है। सुबह प्रेम हुआ, शाम होते-होते ब्रेकअप। प्रेम अब खिलवाड़ हो गया है। 'तू नहीं, तो तू सही। तू नहीं, तो कोई और सही।' लेकिन प्रेम की कसक ही वह मूल तत्व है, जो किसी प्रेमी-प्रेमिका को आपस में जुडऩे और बिछडऩे पर कसक का एहसास कराती है। प्रेम में खता खाई लड़की के माध्यम से पूरे समाज में प्रेम की स्थितियों को व्यंग्य के माध्यम से उकेरने का एक प्रयास है, टाईअप ब्रेकअप का खेल। तो फिर आप इंतजार किस बात का कर रहे हैं। पढ़ें और पढ़कर यह बताना न भूलें कि प्रेम को लेकर आप क्या महसूस करते हैं।