अपनी आत्मशक्ति से टिका हूँ

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यह कहानी श्री विजय सिंह की प्रेरणादाई कहानी है। विजय जी पिछले दो दशकों से लगातार भूमि माफियाओं के द्वारा अधिग्रहित भूमि को छुड़ाने के लिए धरने पर बैठे हैं। इतने लंबे समय तक चलने के कारण यह Limca books of records में दर्ज़ है। इस संघर्ष के लिए इन्हें परिवार से भी अलग होना पड़ा।