यह Cerebral Palsy से ग्रसित नौजवान कार्तिक चंद्रशेखर के हौंसले की कहानी है। कार्तिक ने अपने साहस से शारीरिक कमी को भी मात दे दी।
वह मानते हैं कि शारीरिक कमी को अपनी बाधा ना मानें। उस पर विजय पाने का प्रयास करें। हार कर रुके नहीं बल्कि आगे बढ़ने की कोशिश करें।