नहीं बाटने वाली चीजे भी भगवान ने बनाई है वो है ‘उपर की आमदनी’ इस आद्रिश आमदनी को लोग सीधे –सीधे देख तो नहीं पाते, केवल अनुमान लगाते रहते हैं रहन-सहन में एकाएक बदलाव, हाव-भाव में रईसी झलक, आस-पास के लोगो को चौकन्ना करने के लिए काफी होता है लोग इंहे देख के बडबडाते रहते हैं, देखो अकेले-अकेले कैसे खा रहा है, डकार लेने का नाम भी नही लेता है क्या ज़माना है