पराभव मधुदीप भाग - आठ श्रद्धा बाबू का एक मित्र रंजन शहर में रहता था | हाई-स्कूल की पढ़ाई के मध्य कस्बे में वे दोनों होस्टल के एक ही कमरे में रहते थे | विचारों की समानता ने दोनों को बहुत ही समीप ला दिया था | श्रद्धा बाबू ने हाई-स्कूल की शिक्षा के बाद अध्यापक के प्रशिक्षण हेतु प्रवेश ले लिया था और रंजन आगे की पढ़ाई के लिए कॉलिज में प्रविष्ट हो गया था | श्रद्धा बाबू जब भी विद्यालय का कोई सामान खरीदने या अन्य किसी कार्य से शहर जाता तो रंजन से मिले बिना न आता