हास्य कथाएं कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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Featured Books

लाल स्कूटी वाला - 1 By Aakanksha

इस कहानी का मुख्य पात्र अक्षिता नाम की लड़की हैं, वह १२ वीं कक्षा में पढ़ती हैं।इस कहानी का शीर्षक आपको थोड़ा सा अजीब लगा होगा! यह कहानी वैसे तो थोड़ी सी न...

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एक और एक By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- एक और एक --आर. एन. सु...

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दो बाल्टी पानी - 35 By Sarvesh Saxena

चारों ओर अन्धेरा छा गया था और झींगुर की आवाजें सुनाई दे रहीं थीं कि तभी किसी की पायल बजने की आवाज आई| जिसे सुनकर सबकी घिघ्घी बंध गयी| बब्बन हलवाई ने बाल्टी को सरकाते हुये वर्मा जी...

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जासूसी का मज़ा भाग 6 (अंतिम) By Kanupriya Gupta

रात भर करवटें बदलने और खुद से ही माथापच्ची करने बाद जब सीमा जी उठी तो उनकी आँखे गुलाब जामुन सी लाल हो रही थी और चौधरी जी का शरीर उकडू लेटे लेटे ऐसा हो गया था जैसे मालपुए में से...

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रीति - रिवाज By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- रीति - रिवाज --आर. एन. सुनगरया...

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हास्य कथा: दिवाली की झालर By Swapnil Srivastava Ishhoo

हास्य कथा : दिवाली की झालर नमस्ते! उम्मीद है आप सब अच्छे होंगे, अजी उम्मीद क्या पूरा विश्वास है| वैसे कई दिनों से लिखने की सोच रहा था पर लिख नहीं पा रहा था….वो क्या कहते है…करंट नह...

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दामाद जी By RISHABH PANDEY

एक जमाने में दामाद की पूंछ परख और स्वागत का तरीका भी अलग ही ठंग का होता था।जब कभी।दामाद जी ससुराल जा धमकते अफरातरफी का माहौल बन जाता था।यदि पूर्व सूचना पर आगमन होता तो क्या कहने।एक...

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कार में भूत By mim Patel

एक व्यक्ति देर रात को घर लौट रहा था कि अचानक रास्ते में उसकी कार खराब हो गई।रात बहुत हो गई थी और अंधेरा भी काफी ज्यादा था, मोबाइल का नेटवर्क भी नहीं मिल रहा था और दूर - दूर तक न को...

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हास्य कहानी: करन - अर्जुन और हम By Swapnil Srivastava Ishhoo

यू-ट्यूब पर श्रीमती जी करन-अर्जुन देखने बैठीं तो हमारी करीब पच्चीस साल पुरानी प्रतीज्ञा आज टूट ही गई…जिस बेबाकी से आज कल के बच्चे माँ बाप से बोल देते है कि पापा इस गर्मी की छुट्टी...

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गिद्ध भोज By padma sharma

गिद्ध भोज गोविंद ने अपने पास लगी कनात के बाहर झांका तो उसे मेले की तरह टूट पड़ती खूब भीड़ दिखी। सजे धजे शामियाने, रंगबिरंगी झिलमिलाती रोशनी और चहल-पहल देखकर ऐसा जान पड़ता था कि-कोई मे...

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लॉकडाउन की आजाद जिंदगी By Archana Anupriya

"लॉकडाउन की आजाद जिंदगी" बचपन से लेकर अब तक इस लॉकडाउन के दौरान जितनी आजादी मुझे मिली, उतनी तो मेरे पचपन साल की जिंदगी में नहीं मिली।..अरे..!आप हँस रहे हैं मुझ पर…? हँसिये.. हँस...

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पतिदेव का हलुआ प्रेम By Saroj Prajapati

शादी के बाद आज ममता की पहली रसोई थी। वैसे तो ममता खाना बनाने में माहिर थी, लेकिन ससुराल में पहली बार खाना बनाते हुए उसे भी बहुत डर लग रहा था कि कहीं खाने में स्वाद ऊपर नीचे हो गया...

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पार्षद के सुअर  By Alok Mishra

पार्षद के सुअर हमारे हिन्दी निबंध हमेशा से ही ‘‘ भारत गाँवों में बसता है ’’ जैसे वाक्यों से प्रारम्भ होते रहे है । अब भारत गाॅवों से निकल कर कस्बेनु...

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एक मुट्ठी दाल और कुकर की सीटी By Saroj Prajapati

शाम को 4:00 बजे शॉपिंग करने के बाद प्रिया व उसके पति रौनक थक हार कर घर में घुसे। सामान रखकर जैसे ही वह बैठी थी कि रौनक बोला "यार बहुत तेज भूख लगी है, कुछ बना दो।" प्रिया उसकी तरफ ह...

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गृहस्थी के दल By Archana Anupriya

"गृहस्थी के दल""आजकल दल बनाने का फैशन जोरों पर है। राजनीति का मैदान हो या घर का आँगन-सभी इसमें शामिल हैं"- यही बात मैंने कल अपने घर में खाने की टेबल पर कही तो सभी एक साथ म...

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बन गया बच्चे का करियर By r k lal

बन गया बच्चे का करियर आर० के० लाल हर मां-बाप की तमन्ना होती है कि उसकी संतान एक अच्छा नागरिक बन कर सुखी जीवन यापन करें। मैं भी अपने बच्चे के पैदा होते ही इस दिशा में...

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एहसास By S Kumar

जिंदगी की राहों में चल चला हूँ ...जिंदगी की राह में मोहब्बत ही मोहब्बत है...किन्तु वो मोहब्बत में एक हसीन एहसास है...जिंदगी की मुश्किल राह है....वो राह में हवा ही हवा है...किन्तु व...

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लाल दंत मंजन - हास्य कहानी By Swapnil Srivastava Ishhoo

बात उन दिनों की है, जब मास्क की तरह लाल दंत मंजन भी हर घर का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करता था| टूथपेस्ट कोई भी आए, दंत मंजन तो लाल ही आना था वो भी डाबर का| युवावस्था की दहलीज़ पर खड़े कई...

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गोविंद दियो मिलाय By Medha Jha

गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय। अब पाय तो गोविंद के ही लगना पड़ेगा ना, उसके बिना तो स्कूल चल ही नहीं सकता।अरे अरे, लगता है...

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हास्य कहानी : पॉकेट रेडियो -छोटी उम्र की खुराफात का एक नमूना By Swapnil Srivastava Ishhoo

पिछले पंद्रह मिनट से हम तीन फिट की दीवार पर कान पकड़े खड़े थे और माता जी गुस्से से हाथ में हमारा ही प्लास्टिक का बैट लिए इंतजार कर रहीं थी कि ज़रा हिले तो दो चार लगा दें| हमें तो...

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रील कट गई…. By Swapnil Srivastava Ishhoo

दूर कहीं जानी पहचानी धुन बज रही थी, लगा की सुनी सुनाई सी है, कान के पट थोड़े और खोले तो जान पड़ा कि अपने ही मोबाइल की रिंगटोन थी, छह….पूरी नीद टूट गयी| भारी पलकों से आँख खोली तो ऑट...

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लोक कथा लटूरी -दद्दा का भूत By राजनारायण बोहरे

राजनारायण बोहरेर- लोक कथा -लटूरी दद्दा का भूत बहुत पुरानी बात है, एक गांव में कोटवार के रूप में तैनात एक अत्यंत सीधे-सादे और बड़े भोले व्यक्ति लटूरी दद्दा रहते थे ।लटूरी दद्दा का प...

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21 डेज टु क्विट अ हैबिट By Swapnil Srivastava Ishhoo

21 डेज टु क्विट अ हैबिटनमस्ते! सिगरेट, शराब, पान-मसाला खाने वालों की ज़मात में अक्सर यह नसीहत आम सुनाई देती है कि, आप इक्कीस दिन किसी बुरी आदत से तौबा कीजिये, बाईसवें दिन से आप उस...

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एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा By r k lal

एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा आर० के० लाल वकील साहब! मुझे एक मुकदमा दायर करवाना है, अंकुर ने अपने रिश्तेदार से कहा जो हाईकोर्ट में एक एडवोकेट हैं। एडवोकेट साहब ने कहा, “...

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उफ्फ ये मुसीबतें - 4 - शादी में फू फ़ा By Huriya siddiqui

"अरे जंबो?!! तुम अभी तक तैयार नहीं हुई ? बारात बस आने वाली होगी।" एक अजनबी औरत ने मुझसे कहा "जी हुई तो थी, ये पोशाक तो नहीं पहनी थी मैने।?""अरे,तमीज छू कर भी नहीं गुजरी इस लड़की क...

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चटोरों की व्यथा By Swapnil Srivastava Ishhoo

चटोरों की व्यथा नमस्कार! आज आपका ध्यान उन कुछ मुद्दों पर जो समाज़ ने नकार रखा है….न तो मीडिया में कवरेज मिलेगी न सोशल मीडिया में। घरों को पलायन करते कामगार मज़दूर हो, बिगड़ती अर्थव्यव...

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वर्क फ्रॉम होम By Swapnil Srivastava Ishhoo

नमस्ते!! आज बात पुरुष प्रधान युग में गृहकार्य कुशलता के लिए तैयार होती नई खेप की | जी हाँ बात हमारे जैसे लाखों पुरुषों की जो इस करोना काल में ना चाहते हुए भी घरेलू कामकाज करने को म...

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भोला  के किस्से  By राज बोहरे

बहुत पुरानी बात है। होशियारपुर नाम का एक गाँव था जिसमें भोला नाम का एक चतुर व्यक्ति रहता था। वह बड़ा बातूनी और हाजिर जवाब इंसान था। गाँव के लोगों ने आपस में विचार कर भोला को गाँव का...

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ऑनलाइन क्लास: महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण By Swapnil Srivastava Ishhoo

ऑनलाइन क्लास: महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण करोना, कोविड-19, क्वारंटाइन, लॉक डाउन जैसे नए शब्दों को सुनते हुए आज 3 महीने हो गए और अब ऐसे लगते है जैसे “ चाय, बिस्कुट, और अख़बार”....

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मेरा पति सबका है By Swati

अरे! भाभीजी भैया नहीं है, क्या घर पर ? मोहन दूधवाले ने कहा। क्यों क्या काम है ? परिधि ने पूछा । जी वो आधार कार्ड बनवाना है । दूधवाले ने सकुचाते हुए कहा । "...

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शादी और लॉकडाउन By Swapnil Srivastava Ishhoo

शादी और लॉकडाउन (पार्ट 1): परम की शादी हर नए जोड़े की तरह परम भी बहुत खुश था, आज उसकी शादी जो थी | कितनी सारी तैयारियां, कितने सारे ख्वाब….आज सब सच होने जा रहा था | परिवार का दूसरे...

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बेटे से हारा नहीं हूँ - एक व्यंग By r k lal

बेटे से हारा नहीं हूँ- एक व्यंग आर0 के0 लाल देशी कहावत है कि “बाप सबसे जीत सकता है लेकिन अपने बेटे से ही हार जाता है”। हमारी शादी को एक ही साल हुआ था कि मेरा बेटा इ...

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एक चूहे का जिहाद By Atul Kumar Sharma ” Kumar ”

बुधवार के दिन हृदय पर एक बोझ आ गया । रिद्धि सिद्धि के दाता गौरी पुत्र के खासमखास का मर्डर मेरे हाथों हो गया। जो में नही चाहता था । बात यूँ है कि इस दिन मूषक प्रजाति में गज़ब का कॉन्...

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लाल स्कूटी वाला - 1 By Aakanksha

इस कहानी का मुख्य पात्र अक्षिता नाम की लड़की हैं, वह १२ वीं कक्षा में पढ़ती हैं।इस कहानी का शीर्षक आपको थोड़ा सा अजीब लगा होगा! यह कहानी वैसे तो थोड़ी सी न...

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एक जमाने में दामाद की पूंछ परख और स्वागत का तरीका भी अलग ही ठंग का होता था।जब कभी।दामाद जी ससुराल जा धमकते अफरातरफी का माहौल बन जाता था।यदि पूर्व सूचना पर आगमन होता तो क्या कहने।एक...

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शादी के बाद आज ममता की पहली रसोई थी। वैसे तो ममता खाना बनाने में माहिर थी, लेकिन ससुराल में पहली बार खाना बनाते हुए उसे भी बहुत डर लग रहा था कि कहीं खाने में स्वाद ऊपर नीचे हो गया...

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पार्षद के सुअर  By Alok Mishra

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