हास्य कथाएं कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Comedy stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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  • Hostel Boyz (Hindi) - 14

    प्रकरण 19 : 26th जनवरी का भूकंप 26th जनवरी 2001 को गुजरात में जोरदार भूकंप आया थ...

  • प्रभु जी (व्यंग्य)

    प्रभु जी ..... बहुत दिनों से देख रहे हैं कि आप कितने महान है । आपकी महानत...

  • मेरा मीठा-सा महापाप

    चलो सुनाऊँ तुम्हें कहानी, अपने छुटपन की;मैं और मेरे पेटूपन की...चटर-पटर खाते-खात...

Hostel Boyz (Hindi) - 14 By Kamal Patadiya

प्रकरण 19 : 26th जनवरी का भूकंप 26th जनवरी 2001 को गुजरात में जोरदार भूकंप आया था। उस भूकंप में लाखों लोग मर गए थे और करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो गई थी। भूकंप का केंद्र बिंदु कच्छ भ...

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असत्यम्। अशिवम्।। असुन्दरम्।।। - 12 By Yashvant Kothari

12 दिल्ली का बहादुरशाह जफर मार्ग। भव्य अट्टालिकाएंे। इन भवनांे मंे प्रिंट मीडिया के दफ्तर। इन दफ्तरांें मंे बड़े-बड़े सम्पादक। पत्रकार। लेखक। दिल्ली के बुद्धिजीवी। देशभर के बुद्धिजीव...

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प्रभु जी (व्यंग्य) By Alok Mishra

प्रभु जी ..... बहुत दिनों से देख रहे हैं कि आप कितने महान है । आपकी महानता के चर्चे दूर-दूर तक है । आप तो वो पारस है जो लोहे को भी छू ले तो सोना बना दे । आपकी महानता के कारण...

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व्यंग्य लेख - कैसे कैसे टार्च बेचने वाले! By ramgopal bhavuk

व्यंग्य लेख कैसे कैसे टार्च बेचने वाले! रामगोपाल भावुक हमारे देश में पुस्तैनी धन्धा सिखाने की परम्परा रही है। पिता अपने पुत्र को विरासत में पाये धन्धे को ही सिखाना चाहता है।...

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मेरा मीठा-सा महापाप By मंजरी शर्मा

चलो सुनाऊँ तुम्हें कहानी, अपने छुटपन की;मैं और मेरे पेटूपन की...चटर-पटर खाते-खाते, बढ़ गई मेरी तोंद;पर मुझको हरदम भाती, लड्डू वाली गोंद...चाउमीन, बर्गर से हो गई गोल-मटोल;पर मुझको सम...

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चूहा घोटाला (व्यंग्य) By Alok Mishra

फाईल मंत्रालय में मंत्री जी को ज्ञात हुआ कि पुराने घोटाले की एक फाईल को चूहों ने कुतर दिया , केवल इतना ही होता तो ठीक था परन्तु चूहों ने एक कमीशन की फाईल को भी नहीं छोड़ा ।...

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महोब्बत (व्यंग्य ) By Alok Mishra

महोब्बत (व्यंग्य ) आजकल मजनु बहुत ही उदास है । वो खोया-खोया रहता है । रेड़ियो पर बज रहे जुदाई के गीत तो उसे रुला ही देते है । उसके यार-दोस...

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अमिताभ और मै (व्यंग्य) By Alok Mishra

अमिताभ और मै (व्यंग्य) यूं तो हम हमेशा से ही अमिताभ बच्चन के प्रशंसक रहे है लेकिन उनकी तुलना हमसे........ कहाॅं राजा भोज कहाॅं गंगू तेली । हम गंगू ही सही हमें भी जिंदगी स्टाई...

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अनन्‍तकाल By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- अनन्‍तकाल आर. एन. सुनगरया,...

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इच्छाजन्म By Alok Mishra

इच्छा जन्म रामालाल जी नहीं रहे। आप तो एक दम चौंक ही पड़े। अरे भाई रामलाल कोई अमरौती रख कर तो आए नहीं थे। सो निकल लिए, टें हो गए या परलोक सिधार गए। वे मोह माया से मुक्त हो...

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शुभ-चिन्‍तक By Ramnarayan Sungariya

लघु-कथा-- शुभ-चिन्‍तक आर. एन. सुनगरया,...

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चौराहे का बुत (व्यंग्य) By Alok Mishra

चौराहे का बुत (व्यंग्य) मै चौराहे का बुत बोल रहा हुँ। मै वही बुत या मूर्ति हुँ जिसे स्थापित करते समय भारी भीड़ आई थी । कुछ लोगों ने उस समय मेरे लिए बड़े-बड़े कसीदे गढ़े थे ।...

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खिचड़ी खा (व्यंग्य)  By Alok Mishra

खिचड़ी खा (व्यंग्य) अब सब कुछ खिचड़ी सा हो गया है याने यह समझना मुस्किल है कि कब आप समाचार देख रहे हैं और कब विज्ञापन । यह समझना भी कठिन हो गया है कि कब आप आश्वा...

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व्यंग्य से शल्य-क्रिया By ramgopal bhavuk

व्यंग्य लेख व्यंग्य से शल्य-क्रिया रामगोपाल भावुक आज नगर में खूब चहल-पहल है। एनाउंसमेंट करने वाले एनाउंस करते फिर रहे हैं-’’आज नगर में पहलीबार हास्य के अवतार काका चोखेलाल पधार रह...

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गुंजाईश नहीं By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- गुंजाईश नहीं...

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Mosquitoes 21 days of lockdown By Rajendra singh bisht

दोस्तों जैसा की आप सब जानतें है, वर्तमान समय में जिस तरह से एक कोरोना नाम के वायरस ने सारी दुनिया को अपनी मुट्ठी में जकड कर रक्खा हुआ है, उस समय एक दुनिया और भी है जहाँ पर इस कोरो...

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व्यग्य मुफ्त का परामर्श By ramgopal bhavuk

व्यग्य मुफ्त का परामर्श रामगोपाल भावुक पापा जी की खराब स्थिति देखकर डाक्टर ने कह दिया-‘ आप के पापा जी की स्थिति जितनी यहाँ ठीक होनी थी हो चुकी है। अब तो धीरे- धीेरे ही फायदा होगा।...

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गमछे की आत्मकथा (व्यंग्य) By Alok Mishra

गमछे की आत्मकथा (व्यंग्य) हाँ तो साहब मैं गमछा हुँ । वही गमछा जो कभी आपके कटिप्रदेश की तो कभी उत्तर प्रदेश की शोभा बढाता हुँ । गमछा याने पटुका और आधुनिक लोगों का स्...

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मंत्री जी पोजेटिव हो गए (व्यंग्य ) By Alok Mishra

मंत्री जी पोजेटिव हो गए ( व्यंग्य ) आप का चौंकना स्वाभाविक ही है । ये अंग्रेजी भाषा का शब्द “ पोजेटिव “ अचानक महामारी के चलते कितना खतरनाक हो गया । जो लोग पहले अपने पोजेटिव...

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नोटिस By Ramnarayan Sungariya

कहानी— नोटिस आर. एन. सुनगरिया,...

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उफ्फ ये मुसीबतें - 5 By Huriya siddiqui

भी अतिया के साथ बाज़ार से आई, आते साथ आंगन में बैठी चाची के पास पहुंच गई और उनकी ही चारपाई पर अपना हिजाब और बैग रख धप से बैठ गई ? शाम का वक्त था, कुछ नए चेहरे भी दिख रहे थे, शायद न...

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हू कम्स देयर या हुकुम सदर By राज बोहरे

हू कम्स देयर से हुकुम सदर भाषा विज्ञान राजनारायण बोहरे अल्पसाक्षर प्रहरी सामने से आने वाले अंजान आदमी से पूछते है हुकुम सदर ? उच्चारण के संकट के कारण ही कई शब्दों का स्वरूप बदला...

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गुजराती हिन्दी की भाषाई नोंक झोंक - 4 By Manju Mahima

गुजराती हिन्दी की भाषाई नोंक झोंक संस्मरण-3 -लैंगा एक प्रसिद्ध कहावत है, ' कोस कोस पर पानी बदले, 3 कोस पर बानी.' सो यही हाल है हमारे भारत में. राजस्थान में राजस्थानी और हि...

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आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) By Alok Mishra

आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) पिछले कुछ महीनों मैं जो हुआ वह " न भूतो ना भविष्यति " का बेहतरीन उदाहरण है । हमारे देश में आज रात बारह बजे वाली घोषणा का सबको...

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दो बाल्टी पानी - 36 - अंतिम भाग By Sarvesh Saxena

सारे लोग उस चुडैल की तरफ भागे और जल्दी से उस पर बेताल बाबा की दी हुई भभूत डाल दी जिसकी महक से चुडैल के साथ साथ सारे लोग परेशान हो गये और जोर जोर से खांसने लगे| उधर सुनील सीधा रात...

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कुत्ते की तेरहवी By ramgopal bhavuk

व्यंग्य कथा कुत्ते की तेरहवी रामगोपाल भावुक हमारे एक रिश्तेदार जब-जब आते हैं। नये-नये किस्से लेकर ही आत...

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Hostel Boyz (Hindi) - 14 By Kamal Patadiya

प्रकरण 19 : 26th जनवरी का भूकंप 26th जनवरी 2001 को गुजरात में जोरदार भूकंप आया था। उस भूकंप में लाखों लोग मर गए थे और करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो गई थी। भूकंप का केंद्र बिंदु कच्छ भ...

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असत्यम्। अशिवम्।। असुन्दरम्।।। - 12 By Yashvant Kothari

12 दिल्ली का बहादुरशाह जफर मार्ग। भव्य अट्टालिकाएंे। इन भवनांे मंे प्रिंट मीडिया के दफ्तर। इन दफ्तरांें मंे बड़े-बड़े सम्पादक। पत्रकार। लेखक। दिल्ली के बुद्धिजीवी। देशभर के बुद्धिजीव...

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मेरा मीठा-सा महापाप By मंजरी शर्मा

चलो सुनाऊँ तुम्हें कहानी, अपने छुटपन की;मैं और मेरे पेटूपन की...चटर-पटर खाते-खाते, बढ़ गई मेरी तोंद;पर मुझको हरदम भाती, लड्डू वाली गोंद...चाउमीन, बर्गर से हो गई गोल-मटोल;पर मुझको सम...

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चूहा घोटाला (व्यंग्य) By Alok Mishra

फाईल मंत्रालय में मंत्री जी को ज्ञात हुआ कि पुराने घोटाले की एक फाईल को चूहों ने कुतर दिया , केवल इतना ही होता तो ठीक था परन्तु चूहों ने एक कमीशन की फाईल को भी नहीं छोड़ा ।...

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महोब्बत (व्यंग्य ) By Alok Mishra

महोब्बत (व्यंग्य ) आजकल मजनु बहुत ही उदास है । वो खोया-खोया रहता है । रेड़ियो पर बज रहे जुदाई के गीत तो उसे रुला ही देते है । उसके यार-दोस...

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अमिताभ और मै (व्यंग्य) By Alok Mishra

अमिताभ और मै (व्यंग्य) यूं तो हम हमेशा से ही अमिताभ बच्चन के प्रशंसक रहे है लेकिन उनकी तुलना हमसे........ कहाॅं राजा भोज कहाॅं गंगू तेली । हम गंगू ही सही हमें भी जिंदगी स्टाई...

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अनन्‍तकाल By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- अनन्‍तकाल आर. एन. सुनगरया,...

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चौराहे का बुत (व्यंग्य) मै चौराहे का बुत बोल रहा हुँ। मै वही बुत या मूर्ति हुँ जिसे स्थापित करते समय भारी भीड़ आई थी । कुछ लोगों ने उस समय मेरे लिए बड़े-बड़े कसीदे गढ़े थे ।...

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खिचड़ी खा (व्यंग्य)  By Alok Mishra

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मंत्री जी पोजेटिव हो गए (व्यंग्य ) By Alok Mishra

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दो बाल्टी पानी - 36 - अंतिम भाग By Sarvesh Saxena

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कुत्ते की तेरहवी By ramgopal bhavuk

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