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    भगवान राम जब अयोध्या लौटे थे तब से उनके आने की खुशी मे लोगों ने दिवाली का त्योहा...

  • दिल से दिल तक- 5

    (part-5)आभा 6 सप्ताह की बैड रैस्ट पर थी. दिन भर बिस्तर पर पड़ेपड़े उसे हर्ष से ब...

  • ज्ञान

        दो मित्र, अमित और सुनील, बचपन से ही साथ पढ़े और साथ खेले। दोनों का साथ ऐसा थ...

  • इश्क इबादत - 2

    इतना सबकुछ हो गया फिर भी पूनम जी अभी तक मूक दर्शक बनकर बैठी हुई थी।पुरुषोत्तम ने...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 27

    पिछले भाग में हम ने देखा कि अब्राहम बेहोश हो कर गिर पड़ा था। मोमल की आंखों में द...

  • दरिंदा - भाग - 1

    प्रिया के घर के सामने वाले खाली घर में महीनों से सन्नाटा पसरा था। उस घर के आँगन...

  • अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 67

    रसोई मे हुये इस हंसी मजाक के बीच सब साथ मिलकर नाश्ता करने बैठ गये.... जतिन और मै...

  • Nafrat e Ishq - Part 1

    चिड़िया की चहचहाहट सुनाई देती है। सुबह के 5:00 बज रहे हैं। दिल्ली का एक शांत मोह...

  • Our Destiny Dance - 5 ( Last Part)

    सान्या: केसा एहसास???महक: वही यार ... जाने दे ... कल मिलते हैं! घर आ गया ... वो...

  • नादान इश्क़ - 1

    शादी का मंडप सजा हुआ है, और हॉल फूलों की खुशबू से महक रहा है। चारों ओर रिश्तेदार...

लहराता चाँद By Lata Tejeswar renuka

लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' लहराता चाँद, (उपन्यास) सिर दर्द से फटा जा रहा था। आँखें भारी-भारी -सी लग रही थी। वह उठने की कोशिश कर रही थी पर उसकी पलकें हिलने से इनकार र...

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सिर्फ तुम.. By Sarita Sharma

सिर्फ तुम... यकीन नहीं होता कभी हम मिले थे कुछ तुम दर्द में थे, कुछ हमें भी गिले थे.. ये अधूरा इश्क़ कब पूरा सा हुआ, कब अधूरी सी ज़िन्दगी पूरी सी हुई.. ये बेदर्द सी खुशियां, इतनी हसी...

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तुम्हारी वीथिका By रवि प्रकाश सिंह रमण

ऋषि आज सोकर देर से उठा। बीती रात गहरी नींद नहीं सो पाया था वह ,रात भर जैसे दिमाग चलता हीं रहा नंगी आंखों से देखी गई 3 D फिल्म की तरह जिसमें कुछ भी स्पष्ट नहीं था। इसलिए सिर भी बोझ...

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तीसरे लोग By Geetanjali Chatterjee

नर्मदा नदी के तट पर जलती चिता की लपटों का आग्नेय रंग अस्ताचल में ढलते सूरज की लालिमा में विलीन होता चला जा रहा था। फाल्गुनी के विलाप के संग आज नर्मदा की लहरें भी " छाजिया "...

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अनकहा अहसास By Bhupendra Kuldeep

स्वर्णभूमि सोसायटी,
रमा तीसरी मंजिल पर फ्लैट की बालकनी में बैठकर ऑफिस का कुछ काम निपटा रही थी।
अभी-अभी सूर्योदय हुआ था। हल्की बौछार के बाद अचानक धूप के खिलने से मिट्टी की सौंधी...

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जेंडर डिस्पैरिटी By S Sinha

दो परिवारों की सोच में अंतर के कारण दो प्रेमी एक न हो सके . दोनों अपनी भारत में पढ़ाई कर स्नातकोत्तर के लिए USA जाते हैं ..........

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मूर्ति का रहस्य By रामगोपाल तिवारी (भावुक)

पुराने किलांे और महलों के बारे में कई तरह की अफवाहें प्रचलित हैं, ऐसी ही एक इमारत का रोचक और रहस्यपूर्ण किस्सा आज हम आपको सुनाते हैं। ..तो हो जाइये तैयार किस्सा सुनने के लिये !...

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दोस्ती से परिवार तक By Akash Saxena "Ansh"

Brief intro-राहुलविकास-राहुल के पिता।सुुशीला-राहुल की माँ।रियाअविनााश-रिया के पिता।राधा-रिया की माँ ।रीमा-रिया की बहन।मनीषदीपक-मनीष के पिता।सिया-मनीष की माँ।_______________________...

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आरुषि By Ashish Jain

पहला इश्क़ आपको प्यार में पड़ना सिखाता है, दूसरा इश्क़ प्यार करना सिखाता है। पहला इश्क़ उस आदमी की मेहनत कि तरह है जो एक बीज को उगाने के लिए करता है और दूसरा इश्क़ उस पौधे की तरह जो उस...

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राजपुरा के जंगल ...रहस्य या कोई साजिश? By Apoorva Singh

कहते है जहां शैतान होता है वहां भगवान भी होता है।अगर भगवान का अस्तित्व है तो शैतान का भी है।जीवन के इस सफ़र में कभी कुछ ऐसा हमारे सामने आकर घटित हो जाता है कि हमारे पास सहर्ष विश्व...

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