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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Magazine in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures....Read More


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  • Prakash Keval Andhera Mitane ka Nam Nahi

    प्राकृतिक और कृत्रिम प्रकाश की विकास यात्रा को जानने-समझने के साथ-साथ पृथ्वी से...

  • उपभोक्‍तावाद और प‍रिवार

    एक भारतीय मां ने संपत्ति के लिए जवान पुत़्र की हत्या कर दी!! पिछले दिनों पटना से...

  • आज के तुलसीगण

    उत्तर भारत में पहली बार समाज के कुछ पिछड़े सामाजिक समूहों के लिए आरक्षण की व्यवस...

Avadh ke vilupt sthan By Umashankar Tiwari

लखनऊ अवध,लक्ष्मणपुरी,लखनावती. आदि नामों से जाना जाता था इस अवध की संस्कृति , हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी धर्मो के दर्शन होते थे यहाँ की तहजीब, सभ्यता, संस्कृति,संगीत, रंग-मं...

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Khwabo ke Parinde By Rinkal Raja

ख्वाबो के परिन्दे

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ऊप्स मूमेंट : स्त्री को देह बनाते कैमरे By Sanjeev Chandan

यह आलेख मीडिया में ऊप्स मूमेंट के नाम से स्त्री की देह को उभारने की प्रवृत्ति की स्त्रीवादी व्याख्या करता है. कैमरे स्त्री देह को वैसे कोणों से तस्वीरें लेती हैं , जो पुरुष क्रेता...

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Chikitsa ka Badalta Trend By deepak prakash

आज सर्जरी ने ‘कैफेटेरिया च्वाइश’ तक की मंजिल तय कर ली है। एक रोग की कई तरह की सर्जरी का विकल्प अब मरीज के पास उपलब्ध है। मरीज की मर्जी, चाहे जो विधि अपनाए। चिकित्सा-क्षेत्र की यही...

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Prakash Keval Andhera Mitane ka Nam Nahi By Shambhu Suman

प्राकृतिक और कृत्रिम प्रकाश की विकास यात्रा को जानने-समझने के साथ-साथ पृथ्वी से सूर्य के रिश्ते की मानवीय स्पर्श को भी एहसास किया जाना चाहिए। जीवन में रचा-बसा सात रंगों का मिश्रित...

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जापान की माँ सरस्वती By Swati Shukla

This article is aout godess Saraswati ,which is being worshiped in Japan..


Enjoy Reading !!

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उपभोक्‍तावाद और प‍रिवार By Pramod Ranjan

एक भारतीय मां ने संपत्ति के लिए जवान पुत़्र की हत्या कर दी!! पिछले दिनों पटना से निकली इस खबर को तर्कसंगत बनाने के लिए मीडिया को मां के अवैध प्रेम संबंध की तलाश करनी होगी या फिर पु...

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खिड़की में नकल By Nirmal Gupta

खिड़की में नकल निर्मल गुप्त © COPYRIGHTS This book is copyrighted content of the concerned author as well as Matrubharti. Matrubharti has exclusive digital publishing rights of thi...

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सच्चे दिल की पुकार By Rinkal Raja

हमारे इस जहा में कई किषम के लोग है...! जैसे की कोई आलसी है तो कोई अपने काम में चुस्त...! और कोई कपटी है तो कोई प्रमाणिक...!

इस जहा में हर कोई केहता है... भगवन सुन रहे हैए भगवन द...

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नया धंधा By Sandeep Meel

‘चलो एक अफसाना बुनते हैं।'

हम चार दोस्तों के बीच मंजीतवा (वैसे तो ‘सिंह' था) किसी के बोलने का नम्बर ही नहीं आने देता था। चार लाइन किसी लेखक की याद कर लाता और हर बार की त...

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आज के तुलसीगण By Pramod Ranjan

उत्तर भारत में पहली बार समाज के कुछ पिछड़े सामाजिक समूहों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गयी। तब साहित्‍य अकादमी से पुरस्‍कृत कवि अरुण कमल ने लिखा 'फेंका है उन्होंने रोटी का टुकड...

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शम्मी कपूर: तुम सा नहीं देखा By Prabhu Jhingran

21 अक्टूबर जन्म दिन विशेष शम्मी कपूर : तुम सा नहीं देखा शमशेर राजकपूर उर्फ शम्मी कपूर सिर्फ एक अदद अभिनेता का नाम नहीं है बल्कि 50 और फिर 60 के दशक के हिन्दी सिनेमा के एक युग का ना...

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Mahishasur : Part 2 By Pramod Ranjan

फारवर्ड प्रेस के प्रबंध संपादक प्रमोद रंजन द्वारा संपादित पुस्तिका महिषासुर का यह एक खंड है। पूरी पूस्तिका इसी एप पर अन्‍यत्र एक साथ भी उपलब्‍ध है।

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Mahishasur : Part 1 By Pramod Ranjan

फारवर्ड प्रेस के प्रबंध संपादक प्रमोद रंजन द्वारा संपादित पुस्तिका महिषासुर का यह एक खंड है। पूरी पूस्तिका इसी एप पर अन्‍यत्र एक साथ भी उपलब्‍ध है।

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Avadh ke vilupt sthan By Umashankar Tiwari

लखनऊ अवध,लक्ष्मणपुरी,लखनावती. आदि नामों से जाना जाता था इस अवध की संस्कृति , हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी धर्मो के दर्शन होते थे यहाँ की तहजीब, सभ्यता, संस्कृति,संगीत, रंग-मं...

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आज सर्जरी ने ‘कैफेटेरिया च्वाइश’ तक की मंजिल तय कर ली है। एक रोग की कई तरह की सर्जरी का विकल्प अब मरीज के पास उपलब्ध है। मरीज की मर्जी, चाहे जो विधि अपनाए। चिकित्सा-क्षेत्र की यही...

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नया धंधा By Sandeep Meel

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आज के तुलसीगण By Pramod Ranjan

उत्तर भारत में पहली बार समाज के कुछ पिछड़े सामाजिक समूहों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गयी। तब साहित्‍य अकादमी से पुरस्‍कृत कवि अरुण कमल ने लिखा 'फेंका है उन्होंने रोटी का टुकड...

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Mahishasur : Part 1 By Pramod Ranjan

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