The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
शिविका " आपने kiss फीलिंग की बात की.. ?? हमारे बीच क्या फीलिंग है.. ?? "। संयम "...
सुबह 10 बजे रूही अभी सो रही थी इतने में उसके फोन कि घंटी बजी रूही ने फोन की आवा...
ये सुनते ही कनिषा समझ गई की इशांक उसे अपनी कंपनी से बाहर फेंकने के लिए हर मुमकिन...
60गुल ने जब आँखें खोली तब वह गुरुकुल के किसी कक्ष की शैया पर थी। कुछ कुमार उसकी...
स्वीकारो इस पाबन जल को, मुझको यहां मिलाओ। खुशी हुआ तब सुनत मैंगरा, आओ भाई आओ।।...
66 बेवफाई सुधीर ने हरीश को घूरते हुए फिर पूछा, “साँप सूंघ गया क्या !!” “यहा...
बारहघोंघे को गुस्सा आता है शुक्रवार, सत्ताइस जनवरी 2...
अब आगे,अर्जुन ने आराध्या को ठीक कर के अपनी गोद में बिठा तो लिया था मगर आराध्या अ...
आखिर नागराज devika को वह नागमणि क्यों देना चाहते थे? इसकी वजह देविका की माँ, रान...
प्रकरण - ४३मैंने निषाद मेहता को फोन लगाया और कहा, "निषादजी! मैंने आपकी बात पर बह...
कर्म संस्कृत शब्द " कृ " से आया है। इसका मतलब होता है "करना "। कर्म का मतलब है "हर ऐक्शन का असर या परिणाम "। योग मे कर्म का मतलब होता है "काम (work)"...
मुझें गाने सुनते हुए काम करने की आदत हैं । आज भीं जब मैं अपने कमरें की सफ़ाई कर रहीं थीं तब आदतन मैंने रेडियो ऑन कर लिया था। उम्र का दौर था या इश्क़ का जोर तय करना मुश्किल था पर ज...
हल्की सी light पुरे कमरे मैं फैली हुई थी........... अचानक से फोन की घंटी बज उठी,.......फोन की आवाज सुन ,बिस्तर पर सोई लड़की की नींद थोड़ी सी टूट गयी, वो फोन को silent की और फिर...
ओह! शुरू शुरू में ये अविश्वसनीय सा लगा था। बिल्कुल असंभव! नहीं, ऐसा हो ही कैसे सकता है? इसकी कल्पना करना भी कल्पनातीत है। आख़िर नियम कायदे भी तो कुछ चीज़ होती है या नहीं! ऐसा...
"मम्मी इरा का तुम्हारे साथ निर्वाह नही हो सकता" उमेश इन्टर में पढ़ता था तभी उसे अपने साथ पढ़ने वाली इरा से प्यार हो गया था।इरा ईसाई थी।रमेश नही चाहता था उसका बेटा दूसरे धर...
सत्यजीत सेन एक सत्यान्वेशकभाग - 1 -सत्यन्वेशक का पहला सत्यान्वेषण ( सुर्दशन बाबू की हत्या )यह मेरा पहला उपन्यास हैं। आशा है आपको पसंद आए।यह एक जासूसी उपन्यास है...
मे आज आपके सामने एक कहानी लेकर आई हुँ । आशा करती हुँ की, आपको मेरी यह कहानी पसंद आयेगी । तो शुरु करती हुँ । में कभी भी इतनी सुबह उठती नही हुँ पर पता नही क्यो आज इतनी सुबह नीन्द उ...
एक खौफनाक सायाएक बड़े से फाइव स्टार होटल से म्यूजिक की तेज आवाजें आ रही थी DJ में फुल आवाज में गाना चला रहा था। पुरा होटल रौशनी और जगमगाते लाइटों से जगमगा रहा था। बड़ी बड़ी बीएमडब्...
इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़त दे दोमिले जो दर्द या मिले सुकून - कुबूल है हमेंकभी रिहा ना हो पाए वैसे क़ैद होनेकी इज़ाज़त दे दो क...
समर्पित – ‘सुशीला’ की शीलवती प्रकृति और ‘सरला’ की सरलता को अपनी दो माँ सी ननदों को जो एक ही माह में इस दुनिया को छोड़कर परम तत्व में विलीन हो गईं |&nbs...
लॉग इन करें
लॉगिन से आप मातृभारती के "उपयोग के नियम" और "गोपनीयता नीति" से अपनी सहमती प्रकट करते हैं.
वेरिफिकेशन
ऐप डाउनलोड करें
ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser