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Featured Books

खाली कमरा By Ratna Pandey

मुरली संघर्ष की उस राह पर चल रहा था, जिस राह पर हर रोज़ उसके सामने यह चुनौती होती कि आज कितना सामान वह बेच पाया। इस राह पर मेहनत के साथ ही बहुत धैर्य की भी ज़रूरत थी क्योंकि यहाँ क...

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मुक्ति - अनचाहे सम्बन्ध से By Kishanlal Sharma

पूरे एक महीने के बाद वह वापस लौटा था।पिछले कई वर्षों से वह इस स्टेशन से आता जाता रहा था।लेकिन इस बार यह स्टेशन बदला बदला अजीब सा नजर आ रहा था।स्टेशन से बाहर निकल कर वह पैदल ही घर क...

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गोलू भागा घर से By Prakash Manu

आखिर जिस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, वही हुई। गोलू घर से भाग गया।

गोलू के मम्मी-पापा, बड़ा भाई आशीष और दोनों दीदियाँ ढूँढ़-ढूँढ़कर हैरान हो गईं। रोते-रोते उसकी मम्मी का बुरा...

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बेवकूफ By Ashwajit Patil

‘औरत’ दिमाग से पूरी तरह पैदल होती हैं, उन्हें आसानी से बेवकूफ बनाया जा सकता है, ऐसी ही सोच हमारे समाज की और खास कर पुरुषों की हैं. उनकी यह धारना इसलिए है कि हम औरतें हमेशा दिल से स...

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मैरीड या अनमैरिड By Vaidehi Vaishnav

दफ्तर की खिड़की से झाँकता हुआ सूरज ठीक मेरे सामने कुछ इस तरह आ गया मानों कह रहा हो अलविदा ! कल फिर आऊँगा । मैं टकटकी लगाए हुए डूबते सूरज को देखती रहीं । अस्त होता सूरज दिल में सूनाप...

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बहुत करीब मंजिल By Sunita Bishnolia

‘‘वाह! बहनजी, बहुत ही खूबसूरत कढ़ाई की है इन चुन्नियों पर। अब ये सारी चुन्नियाँ सीधी फिल्मों के सेट पर जाएँगी। इन चुन्नियों को फिल्मों की हिरोइनें अपनी फिल्मों में ओढ़ेंगी।’’...

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प्राचीन भारतीय इतिहास By Rajveer Kotadiya । रावण ।

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के साधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक साधन और पुरातात्विक साधन, जो देशी और विदेशी दोनों हैं। साहित्यिक साधन दो प्रकार के हैं- धार्...

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महादेव... मेरी नजर से By Jaimini Brahmbhatt

"आदि है वो अंत है,आकार नहीं साक्षात्कार है वो, निराकार निर्विकार ओमकार है,वो अंत है अनादि है, जगतपिता जगत व्यापी है, जो हर कन मे बसे है हर मन मे बसें है बस हम उनसे अलग हो जाते...

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हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ By Ranjana Jaiswal

भारतीय समाज में मान्यता है कि स्त्री की डोली पिता के घर से उठती है तो फिर पति के घर से उसकी अर्थी ही निकलनी चाहिए।ससुराल में चाहें जैसी भी असहय स्थितियां हो,चाहे उसकी हत्या का षड्य...

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रॉबर्ट गिल की पारो By Pramila Verma

दिसंबर 1849 में रॉबर्ट गिल को डायरेक्टर आॅफ कोर्ट की मुहर लगा लिफाफा मिला। इतने वर्षों बाद उसे मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया था। वह 1824 में कैडेट के रूप में लंदन में सेना में भर्...

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खाली कमरा By Ratna Pandey

मुरली संघर्ष की उस राह पर चल रहा था, जिस राह पर हर रोज़ उसके सामने यह चुनौती होती कि आज कितना सामान वह बेच पाया। इस राह पर मेहनत के साथ ही बहुत धैर्य की भी ज़रूरत थी क्योंकि यहाँ क...

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मुक्ति - अनचाहे सम्बन्ध से By Kishanlal Sharma

पूरे एक महीने के बाद वह वापस लौटा था।पिछले कई वर्षों से वह इस स्टेशन से आता जाता रहा था।लेकिन इस बार यह स्टेशन बदला बदला अजीब सा नजर आ रहा था।स्टेशन से बाहर निकल कर वह पैदल ही घर क...

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गोलू भागा घर से By Prakash Manu

आखिर जिस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, वही हुई। गोलू घर से भाग गया।

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बेवकूफ By Ashwajit Patil

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मैरीड या अनमैरिड By Vaidehi Vaishnav

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हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ By Ranjana Jaiswal

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दिसंबर 1849 में रॉबर्ट गिल को डायरेक्टर आॅफ कोर्ट की मुहर लगा लिफाफा मिला। इतने वर्षों बाद उसे मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया था। वह 1824 में कैडेट के रूप में लंदन में सेना में भर्...

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