लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • मुकम्मल

    " कितना कुछ छोड़ के जाना पड़ रहा है, मेरी बार, मेरे प्लांट्स। पता है , फाइकस को...

  • मेरी गर्लफ्रैंड - 6

    मेरी गर्लफ्रैंड भाग- 6फ्रेंडशिप डे से अगला दिन यानी कि नौकरी का इक्कीसवाँ दिन; प...

  • बंधन मुक्त

    कहते है जब शिशु जन्म लेता है तो जन्म से उसके 5 साल होने तक उसको जितना प्यार दे स...

मुकम्मल By Pallavi Pandey

" कितना कुछ छोड़ के जाना पड़ रहा है, मेरी बार, मेरे प्लांट्स। पता है , फाइकस को कितनी प्रूनिंग लगती है.......और लंदन में ठंड कितनी पड़ती है। इधर के वूलेन तो उधर किसी काम के नही। सो...

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एक अनोखा रिस्ता। - 1 By Lalit Raj

"प्यार वो खुशनुमा पल होता है जिसमें हर एक व्यक्ति पूरी जिंदगी जीना चाहता है।""कुछ रिस्ते खून के होकर भी दिल के करीब नहीं होते और कुछ रिस्ते खून के न होकर भी दिल से निभाये जाते हैं।...

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बेटी: The Social Responsibility By Ashok Kalra

शाम का समय था, एक जवान लड़की के पीछे दो लड़के भाग रहे थे। कमाल की बात थी, कोई मदद नहीं कर रहा था। एक लड़के के हाथ में प्लास्टिक की बोतल थी, दूसरे के हाथ में चाकू था। लड़की भागते भागते...

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मेरी गर्लफ्रैंड - 6 By Jitin Tyagi

मेरी गर्लफ्रैंड भाग- 6फ्रेंडशिप डे से अगला दिन यानी कि नौकरी का इक्कीसवाँ दिन; पूरी रात अंतिम के बारे में सोचते हुए मैं अब उससे गुस्सा होकर भी गुस्सा नहीं था। मैं उससे बात करना चाह...

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बंधन मुक्त By Sakshi

कहते है जब शिशु जन्म लेता है तो जन्म से उसके 5 साल होने तक उसको जितना प्यार दे सको उतना देना चाहिए। फिर 5-10 तक उससे सख्त व्यवहार करना चाहिए, और 10-16 तक उसका दोस्त बन जाना चाहिए।क...

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बूढी अम्मा By Rekha k

एक गाँव में एक बूढी अम्मा रहती थी। वह अकेली थी उसके आगे पीछे कोई नहीं था। क्योकि शादी के कुछ साल बाद ही उनके पति की मृत्यु हो जाने के बाद उनके कोई सन्तान नहीं थी वह एक दम अकली रहत...

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उनकी आखिरी मुलाकात By Priya Maurya

पता ही न चला कब वो मेरे दिल के इतना करीब आ गया। कॉलेज मे साथ पढते थे । थोड़ा गुस्सैल था पर दिल का बड़ा साफ था । अक्सर लड़ाई होती थी हमारे बीच। कॉलेज के अंतिम दिन मेरे गले लग बहुत रोया...

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कुली दीदी By Rekha k

रेल गाड़ी स्टेशन पर रुकी। मै गाड़ी से नीचे उत्तरी और मेने इधर.उधर देख कर मैने कुली को सामना उठाने के लिए आवाज लगाई। तभी वहाँ एक कुली आया। मैने जैसे ही उसे कुली को देखा म...

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अनसुलझा प्रश्न - (पार्ट3) By Kishanlal Sharma

6--हीरो जीरो सेमिनार में भाग लेने के लिए विदेशों से भी मीडिया कर्मी आये थे।शहर के लोगो मे भारी उत्सुकता थी।टी वी पर तो लोग लाल को देखते रहते थे।लेकिन आंखों से साक्षात दर्शन करना चा...

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डर! By Dhadak❤

"पिहु बेटा ! जानते तु कुछ करना चाहती है , पढ़ना चाहती है , हम सब भी चाहते है तु पढे आगे बड़े , पर ऐसे कैसे कही भी तुझे अकेले भेज दें , तु जानती है ना बाहर लोग कैसे है......."पिहु कि...

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अभिनय और प्रेम By Lalit Rathod

बीते कुछ वर्षों से कहानियों में मेरा रूम, एकांत, दोपहर, शाम, आस्था नाम की लड़की अक्सर शामिल रहे हैं। असल में यह सभी शब्द मेरे कलाकार है, जो कहानियों को लिखते वक्त अभिनय करते है। उन...

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नागिन का आखरी महायुध्द - अंतिम भाग By Datta Shinde

हमणे पिछले भाग मैं देखा राधा और शिव मर जाते हैं अब वो घडी आणे वाली हैं जो पुरे धरती केलिए खतरनाक हैं तो चलो देखे आगे क्या होता है तब देवता और रावन शिवगाव जाते हैं तब देवता बोलता है...

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इश्क. - 8 By om prakash Jain

️️सिम्मी का एक्सिडेंट हो जाता है ।सिम्मी बाल -बाल बच जाती है।और उसके सामने अपने प्रेम को पाने के लिए संघर्ष है।शेखर ने सिम्मी को वेदांत के घर ले जाता है ।सातवें भाग में आप ने पढ़ा ....

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प्लेटफॉर्म नम्बर 1 By Priya Maurya

टैक्सी रुकते ही मै रेलवे स्टेशन के अंदर प्लेटफॉर्म नम्बर 1 पर मै आ पहुची। मै अकेले ही वाराणसी से कानपुर के लिये सफर करने वाली थी । प्लेटफॉर्म पर एक सीट पर अपना समान रखते हुये मै वह...

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Last Letter Of Captain Vijayant Thapar By Dhaval

कैप्टन विजयंत थापर का जन्म 26 दिसंबर 1976 को एक सैन्य परिवार में कर्नल वी एन थापर और श्रीमती तृप्ता थापर के घर हुआ था। सेना परिवार में पले-बढ़े कैप्टन थापर हमेशा अपने पिता के नक्श...

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स्वच्छता का नन्हा सिपाही   By Ratna Pandey

दो दिनों की छुट्टी के बाद युवान जब स्कूल आया तो वह बेहद ख़ुश था। वह अपने दोस्तों को बता रहा था, "मेरे घर में एक नया, नन्हा, प्यारा-सा दोस्त आया है पता है वह कौन है? मेरी गाय का बछड...

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झूठ का संसार By Lalit Rathod

मैं हर दिन एक झूठ कहता हूं। मेरे झूठ कहते ही एक नया संसार बनकर तैयार हो जाता है, जिसे में सच समझकर उसे दिनभर जीता हूं। असल में मुझे अपना झूठ सच के सामान लगता है। हर दिन नया जीवन जी...

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वह सुभग कन्या और निरा मूर्ख मैं By Chinmay Mishra

जब अनुभूतियाँ अपने शीर्ष पर बहने लगें। भाव-नव तरंगें अपने चरम पर गोता लगा रहीं हों। हृदय के कोर-कोर में विस्फोट आलिंगन दे रहे हों, तो क्या है वह? विशुद्ध प्रेम!, मोह अथवा...

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मेरी प्रिय लघुकथाएं By Krishna manu

तालीम पुलिस इन्स्पेक्टर जरूरी काम निपटाकर उठने ही वाला था कि एक आदमी सहमा-सकुचाया उसके टेबल के पास आकर खड़ा हो गया। -' क्या बात है?' पुलिस इंस्पेक्टर ने सामने की कुर्सी की ओ...

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नीम का पेड़ ( भाग 11) By Kishanlal Sharma

34--कारोबार"मैने आगरा वालों का क्या बिगाड़ा था?'रफीक फ्लो के थोक विक्रेता नदीम के यहाँ नौकरी करता था।मालिक से किसी बात पर तकरार होने पर उसने नौकरी छोड़ दी।कुछ दिनों तक बेकार रहने...

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कमजोर By Anton Chekhov

अंतोन चेखव आज मैं अपने बच्चों की अध्यापिका यूलिमा वार्सीयेव्जा का हिसाब चुकता करना चाहता था। ''बैठ जाओ, यूलिमा वार्सीयेव्जा।'' मेंने उससे कहा, ''तुम्हारा हि...

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Block इश्क़ (भाग 2) By Shrikar Dixit

Block Ishq is the story Of today love which is started from add a new number to block from all social sites....

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पसंदगी By Minal Vegad

" आज तो बड़ी ही खुशी का दिन है।" पापा शाम को दफ्तर से आते ही बड़ी खुशी से मा से कहने लगे। "ऐसी कौन सी लॉटरी लग गई है आपको तो आप इतने खुश हो रहे है?" मां ने देखा पापा बहु...

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कुंडी रिश्तों की By Shwet Kumar Sinha

फैमिली कोर्ट में जज साहब अपने चैम्बर में बैठे आरव और वर्षा की दलीलें ध्यान से सुन रहे थें। आज उनदोनों की आपसी सहमति से तलाक की आखिरी सुनवाई थी। जज साहब ने दोनों पति-पत्नी को समझाने...

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सुखांत By Anton Chekhov

अंतोन चेखव बतौर हेड कंडक्टर काम करने वाले निकोलाई निकोलाएविच स्टिचकिन ने छुट्टी के एक दिन लुबोव ग्रिगोर्येव्ना नाम की खास महिला को एक जरूरी बात के लिए अपने घर बुलाया। लुबोव ग्रिगोर...

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बोझल मन By Pushp Saini

कहानी ( बोझल मन )--------------------------------छः माह हुए भुवन को गाँव से शहर आए,साथ में पत्नी केसर और पाँच वर्षिय गोपाल भी था।किराये का एक छोटा-सा कमरा लेकर भुवन ने अपनी गृहस्...

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दुख By Anton Chekhov

अंतोन चेखव 'मैं अपना दुखड़ा किसे सुनाऊँ?' शाम के धुँधलके का समय है। सड़क के खंभों की रोशनी के चारों ओर बर्फ की एक गीली और मोटी परत धीरे-धीरे फैलती जा रही है। बर्फबारी के का...

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अनसुनी दास्तान By Word Dreamer

मोहल्ले में पहले ही मकान में वो रहती थीखूबसूरती की वो मूरत थी मगर अभिमानबिल्कुल नहीं करती थी सबके साथघुलमिलकर रहती थी सबको अपनी तरफ सेज्यादा से मदद मिले उसके लिए तैयार रहती थीउसको...

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ओ हेनरी की कहानियाँ - प्रेस की शक्ति By Tanu Kadri

(ओ हेनरी की कहानियाँ का अनुवादित पुस्तक से ) सुबह के आठ बजे दुकान पर समाचार पत्र के ताज़ा अंक रस्सी पर लटक रहे थे। ग्राहक चलते फिरते समाचार पत्र के शीर्षक देखते या फिर एक पेन्नी का...

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आखिरी खत By S Sinha

कहानी - आखिरी खत प्रकृति की गोद में बसा झारखंड राज्य का एक छोटा सा शहर झुमरीतलैया .यहीं के सैनिक स्कूल में पढ़ता था एक लड़का सागर .सागर एक मेघावी...

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एक छोटा-सा मजाक By Anton Chekhov

अंतोन चेखव सरदियों की ख़ूबसूरत दोपहर... सरदी बहुत तेज़ है। नाद्या ने मेरी बाँह पकड़ रखी है। उसके घुंघराले बालों में बर्फ़ इस तरह जम गई है कि वे चांदनी की तरह झलकने लगे हैं। होंठों...

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शेफ By Akshata alias shubhadaTirodkar

"हैलो राहुल मुझे नानी के के यहाँ से आने में देर हो जायेगी तुम और पापा कुछ पार्सल आर्डर कर खा लेना " "डोंट वोर्री माँ मैं ने बिर्यानी बनायी हैं " "मज़ाक मत कर " "नहीं माँ सच्ची" "मज़ा...

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शाखाओं से जुङा आदमी By Sneh Goswami

शाखाओं से जुङा आदमी “ तुम इन बच्चों का भविष्य बिगाङ रहे हो “ भीङ में से किसी ने सत्यव्रत को ललकारा । “ तुम इन्हें गलत बातें सिखा रहे हो “ । ये दूसरा व्यक्ति था । “ मैने गलत ब...

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एक कलाकृति By Anton Chekhov

अंतोन चेखव साशा स्मिरनोव अपनी माँ का इकलौता बेटा था। उसने वित्तीय खबरों से भरे 223 नंबर के अखबार में लिपटी कोई चीज अपने बगल में दबा रखी थी। जब वह डॉ. कोशेलकोव के चिकित्सालय में पहु...

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अधूरा इश्क (लघुकथा) By Kumar Kishan Kirti

रिया ऑटो रिक्शा से समाहरणालय के पास पहुँची और ऑटो रिक्शा चालक को रुपये देकर जल्दी से जिलाधिकारी कार्यालय के पास पहुँची, लेकिन वहाँ खड़े सिपाही ने जब रोका तब वह हाँफती हुई बोली"मैं.....

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Quotes of June 2020 By Rudra S. Sharma

०४-०६-२०२०(०१) समय - १०:२१ पर - "यदि उचित एवं अनुचित को उनकी वास्तविकता के अनुसार जानना है तो उन्हें अपनी विडंबनाओं द्वारा निर्मित द्रष्टिकोण के बिना देखना होगा ।अपने परिस्थितियों...

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ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी By Bhanuben Prajapati

ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी ... ******************* नीलिमा और रोहन दोनों दिवाली की छुट्टियों में घूमने गए थे ।उन्होंने ट्रेन में बुकिंग करवाई थी नीलिमा और रोहन दोनों ट्रेन में बैठे हुए...

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खानगी By Deepak sharma

मैं नहीं जानती जवाहर के संग रहा वह प्रसंग मात्र एक प्रपंच था अथवा सम्मोहन किंतु यह जरूर कह सकती हूँ स्नातकोत्तर की मेरी पढ़ाई में उसने न केवल साझा ही लगाया था वरन् संकीर्ण मेरी दृष्...

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आई एम सॉरी...। By Kumar Kishan Kirti

ऑफिस से छुटकारा पाने के बाद मैं एक होटल में कॉफी पीने के लिए चला गया।दिनभर की कामों से निवृत होकर मैं प्रतिदिन कॉफी पीया करता हूँ।शाम को पांच बजे थे।घर पर प्रिया से बोल चुका था की...

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चिकोटी By Deepak sharma

वर-वधू घर पर ही हैं ना? दरवाजे पर बहू की बड़ी दो बहनें अपने बच्चों के साथ खड़ी थी । आइए, उन्होंने मुस्कराने की चेष्टा की । बहू के परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें न भाता । आज छुट्टी हो...

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मुकम्मल By Pallavi Pandey

" कितना कुछ छोड़ के जाना पड़ रहा है, मेरी बार, मेरे प्लांट्स। पता है , फाइकस को कितनी प्रूनिंग लगती है.......और लंदन में ठंड कितनी पड़ती है। इधर के वूलेन तो उधर किसी काम के नही। सो...

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एक अनोखा रिस्ता। - 1 By Lalit Raj

"प्यार वो खुशनुमा पल होता है जिसमें हर एक व्यक्ति पूरी जिंदगी जीना चाहता है।""कुछ रिस्ते खून के होकर भी दिल के करीब नहीं होते और कुछ रिस्ते खून के न होकर भी दिल से निभाये जाते हैं।...

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बेटी: The Social Responsibility By Ashok Kalra

शाम का समय था, एक जवान लड़की के पीछे दो लड़के भाग रहे थे। कमाल की बात थी, कोई मदद नहीं कर रहा था। एक लड़के के हाथ में प्लास्टिक की बोतल थी, दूसरे के हाथ में चाकू था। लड़की भागते भागते...

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मेरी गर्लफ्रैंड - 6 By Jitin Tyagi

मेरी गर्लफ्रैंड भाग- 6फ्रेंडशिप डे से अगला दिन यानी कि नौकरी का इक्कीसवाँ दिन; पूरी रात अंतिम के बारे में सोचते हुए मैं अब उससे गुस्सा होकर भी गुस्सा नहीं था। मैं उससे बात करना चाह...

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बंधन मुक्त By Sakshi

कहते है जब शिशु जन्म लेता है तो जन्म से उसके 5 साल होने तक उसको जितना प्यार दे सको उतना देना चाहिए। फिर 5-10 तक उससे सख्त व्यवहार करना चाहिए, और 10-16 तक उसका दोस्त बन जाना चाहिए।क...

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बूढी अम्मा By Rekha k

एक गाँव में एक बूढी अम्मा रहती थी। वह अकेली थी उसके आगे पीछे कोई नहीं था। क्योकि शादी के कुछ साल बाद ही उनके पति की मृत्यु हो जाने के बाद उनके कोई सन्तान नहीं थी वह एक दम अकली रहत...

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उनकी आखिरी मुलाकात By Priya Maurya

पता ही न चला कब वो मेरे दिल के इतना करीब आ गया। कॉलेज मे साथ पढते थे । थोड़ा गुस्सैल था पर दिल का बड़ा साफ था । अक्सर लड़ाई होती थी हमारे बीच। कॉलेज के अंतिम दिन मेरे गले लग बहुत रोया...

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कुली दीदी By Rekha k

रेल गाड़ी स्टेशन पर रुकी। मै गाड़ी से नीचे उत्तरी और मेने इधर.उधर देख कर मैने कुली को सामना उठाने के लिए आवाज लगाई। तभी वहाँ एक कुली आया। मैने जैसे ही उसे कुली को देखा म...

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अनसुलझा प्रश्न - (पार्ट3) By Kishanlal Sharma

6--हीरो जीरो सेमिनार में भाग लेने के लिए विदेशों से भी मीडिया कर्मी आये थे।शहर के लोगो मे भारी उत्सुकता थी।टी वी पर तो लोग लाल को देखते रहते थे।लेकिन आंखों से साक्षात दर्शन करना चा...

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डर! By Dhadak❤

"पिहु बेटा ! जानते तु कुछ करना चाहती है , पढ़ना चाहती है , हम सब भी चाहते है तु पढे आगे बड़े , पर ऐसे कैसे कही भी तुझे अकेले भेज दें , तु जानती है ना बाहर लोग कैसे है......."पिहु कि...

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अभिनय और प्रेम By Lalit Rathod

बीते कुछ वर्षों से कहानियों में मेरा रूम, एकांत, दोपहर, शाम, आस्था नाम की लड़की अक्सर शामिल रहे हैं। असल में यह सभी शब्द मेरे कलाकार है, जो कहानियों को लिखते वक्त अभिनय करते है। उन...

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नागिन का आखरी महायुध्द - अंतिम भाग By Datta Shinde

हमणे पिछले भाग मैं देखा राधा और शिव मर जाते हैं अब वो घडी आणे वाली हैं जो पुरे धरती केलिए खतरनाक हैं तो चलो देखे आगे क्या होता है तब देवता और रावन शिवगाव जाते हैं तब देवता बोलता है...

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इश्क. - 8 By om prakash Jain

️️सिम्मी का एक्सिडेंट हो जाता है ।सिम्मी बाल -बाल बच जाती है।और उसके सामने अपने प्रेम को पाने के लिए संघर्ष है।शेखर ने सिम्मी को वेदांत के घर ले जाता है ।सातवें भाग में आप ने पढ़ा ....

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प्लेटफॉर्म नम्बर 1 By Priya Maurya

टैक्सी रुकते ही मै रेलवे स्टेशन के अंदर प्लेटफॉर्म नम्बर 1 पर मै आ पहुची। मै अकेले ही वाराणसी से कानपुर के लिये सफर करने वाली थी । प्लेटफॉर्म पर एक सीट पर अपना समान रखते हुये मै वह...

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Last Letter Of Captain Vijayant Thapar By Dhaval

कैप्टन विजयंत थापर का जन्म 26 दिसंबर 1976 को एक सैन्य परिवार में कर्नल वी एन थापर और श्रीमती तृप्ता थापर के घर हुआ था। सेना परिवार में पले-बढ़े कैप्टन थापर हमेशा अपने पिता के नक्श...

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स्वच्छता का नन्हा सिपाही   By Ratna Pandey

दो दिनों की छुट्टी के बाद युवान जब स्कूल आया तो वह बेहद ख़ुश था। वह अपने दोस्तों को बता रहा था, "मेरे घर में एक नया, नन्हा, प्यारा-सा दोस्त आया है पता है वह कौन है? मेरी गाय का बछड...

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झूठ का संसार By Lalit Rathod

मैं हर दिन एक झूठ कहता हूं। मेरे झूठ कहते ही एक नया संसार बनकर तैयार हो जाता है, जिसे में सच समझकर उसे दिनभर जीता हूं। असल में मुझे अपना झूठ सच के सामान लगता है। हर दिन नया जीवन जी...

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वह सुभग कन्या और निरा मूर्ख मैं By Chinmay Mishra

जब अनुभूतियाँ अपने शीर्ष पर बहने लगें। भाव-नव तरंगें अपने चरम पर गोता लगा रहीं हों। हृदय के कोर-कोर में विस्फोट आलिंगन दे रहे हों, तो क्या है वह? विशुद्ध प्रेम!, मोह अथवा...

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मेरी प्रिय लघुकथाएं By Krishna manu

तालीम पुलिस इन्स्पेक्टर जरूरी काम निपटाकर उठने ही वाला था कि एक आदमी सहमा-सकुचाया उसके टेबल के पास आकर खड़ा हो गया। -' क्या बात है?' पुलिस इंस्पेक्टर ने सामने की कुर्सी की ओ...

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नीम का पेड़ ( भाग 11) By Kishanlal Sharma

34--कारोबार"मैने आगरा वालों का क्या बिगाड़ा था?'रफीक फ्लो के थोक विक्रेता नदीम के यहाँ नौकरी करता था।मालिक से किसी बात पर तकरार होने पर उसने नौकरी छोड़ दी।कुछ दिनों तक बेकार रहने...

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कमजोर By Anton Chekhov

अंतोन चेखव आज मैं अपने बच्चों की अध्यापिका यूलिमा वार्सीयेव्जा का हिसाब चुकता करना चाहता था। ''बैठ जाओ, यूलिमा वार्सीयेव्जा।'' मेंने उससे कहा, ''तुम्हारा हि...

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Block इश्क़ (भाग 2) By Shrikar Dixit

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पसंदगी By Minal Vegad

" आज तो बड़ी ही खुशी का दिन है।" पापा शाम को दफ्तर से आते ही बड़ी खुशी से मा से कहने लगे। "ऐसी कौन सी लॉटरी लग गई है आपको तो आप इतने खुश हो रहे है?" मां ने देखा पापा बहु...

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कुंडी रिश्तों की By Shwet Kumar Sinha

फैमिली कोर्ट में जज साहब अपने चैम्बर में बैठे आरव और वर्षा की दलीलें ध्यान से सुन रहे थें। आज उनदोनों की आपसी सहमति से तलाक की आखिरी सुनवाई थी। जज साहब ने दोनों पति-पत्नी को समझाने...

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सुखांत By Anton Chekhov

अंतोन चेखव बतौर हेड कंडक्टर काम करने वाले निकोलाई निकोलाएविच स्टिचकिन ने छुट्टी के एक दिन लुबोव ग्रिगोर्येव्ना नाम की खास महिला को एक जरूरी बात के लिए अपने घर बुलाया। लुबोव ग्रिगोर...

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बोझल मन By Pushp Saini

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दुख By Anton Chekhov

अंतोन चेखव 'मैं अपना दुखड़ा किसे सुनाऊँ?' शाम के धुँधलके का समय है। सड़क के खंभों की रोशनी के चारों ओर बर्फ की एक गीली और मोटी परत धीरे-धीरे फैलती जा रही है। बर्फबारी के का...

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अनसुनी दास्तान By Word Dreamer

मोहल्ले में पहले ही मकान में वो रहती थीखूबसूरती की वो मूरत थी मगर अभिमानबिल्कुल नहीं करती थी सबके साथघुलमिलकर रहती थी सबको अपनी तरफ सेज्यादा से मदद मिले उसके लिए तैयार रहती थीउसको...

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ओ हेनरी की कहानियाँ - प्रेस की शक्ति By Tanu Kadri

(ओ हेनरी की कहानियाँ का अनुवादित पुस्तक से ) सुबह के आठ बजे दुकान पर समाचार पत्र के ताज़ा अंक रस्सी पर लटक रहे थे। ग्राहक चलते फिरते समाचार पत्र के शीर्षक देखते या फिर एक पेन्नी का...

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आखिरी खत By S Sinha

कहानी - आखिरी खत प्रकृति की गोद में बसा झारखंड राज्य का एक छोटा सा शहर झुमरीतलैया .यहीं के सैनिक स्कूल में पढ़ता था एक लड़का सागर .सागर एक मेघावी...

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एक छोटा-सा मजाक By Anton Chekhov

अंतोन चेखव सरदियों की ख़ूबसूरत दोपहर... सरदी बहुत तेज़ है। नाद्या ने मेरी बाँह पकड़ रखी है। उसके घुंघराले बालों में बर्फ़ इस तरह जम गई है कि वे चांदनी की तरह झलकने लगे हैं। होंठों...

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"हैलो राहुल मुझे नानी के के यहाँ से आने में देर हो जायेगी तुम और पापा कुछ पार्सल आर्डर कर खा लेना " "डोंट वोर्री माँ मैं ने बिर्यानी बनायी हैं " "मज़ाक मत कर " "नहीं माँ सच्ची" "मज़ा...

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शाखाओं से जुङा आदमी By Sneh Goswami

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एक कलाकृति By Anton Chekhov

अंतोन चेखव साशा स्मिरनोव अपनी माँ का इकलौता बेटा था। उसने वित्तीय खबरों से भरे 223 नंबर के अखबार में लिपटी कोई चीज अपने बगल में दबा रखी थी। जब वह डॉ. कोशेलकोव के चिकित्सालय में पहु...

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अधूरा इश्क (लघुकथा) By Kumar Kishan Kirti

रिया ऑटो रिक्शा से समाहरणालय के पास पहुँची और ऑटो रिक्शा चालक को रुपये देकर जल्दी से जिलाधिकारी कार्यालय के पास पहुँची, लेकिन वहाँ खड़े सिपाही ने जब रोका तब वह हाँफती हुई बोली"मैं.....

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Quotes of June 2020 By Rudra S. Sharma

०४-०६-२०२०(०१) समय - १०:२१ पर - "यदि उचित एवं अनुचित को उनकी वास्तविकता के अनुसार जानना है तो उन्हें अपनी विडंबनाओं द्वारा निर्मित द्रष्टिकोण के बिना देखना होगा ।अपने परिस्थितियों...

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ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी By Bhanuben Prajapati

ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी ... ******************* नीलिमा और रोहन दोनों दिवाली की छुट्टियों में घूमने गए थे ।उन्होंने ट्रेन में बुकिंग करवाई थी नीलिमा और रोहन दोनों ट्रेन में बैठे हुए...

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खानगी By Deepak sharma

मैं नहीं जानती जवाहर के संग रहा वह प्रसंग मात्र एक प्रपंच था अथवा सम्मोहन किंतु यह जरूर कह सकती हूँ स्नातकोत्तर की मेरी पढ़ाई में उसने न केवल साझा ही लगाया था वरन् संकीर्ण मेरी दृष्...

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आई एम सॉरी...। By Kumar Kishan Kirti

ऑफिस से छुटकारा पाने के बाद मैं एक होटल में कॉफी पीने के लिए चला गया।दिनभर की कामों से निवृत होकर मैं प्रतिदिन कॉफी पीया करता हूँ।शाम को पांच बजे थे।घर पर प्रिया से बोल चुका था की...

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चिकोटी By Deepak sharma

वर-वधू घर पर ही हैं ना? दरवाजे पर बहू की बड़ी दो बहनें अपने बच्चों के साथ खड़ी थी । आइए, उन्होंने मुस्कराने की चेष्टा की । बहू के परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें न भाता । आज छुट्टी हो...

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