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अल्पा को इस तरह अचानक अपने घर पर देखकर विनोद हैरान था उसे समझ नहीं आ रहा था कि य...
(10)मीडिया में करन के किडनैपिंग की खबर फैल जाने से किडनैपर्स के बीच तनाव क...
आज के युग मैं जरूरी हैँ सामने वाले की पहचान उसकी भाषा मैं बोलनेकी कला. हा जरूरी...
गायत्री जी से हमें पता चलता है कि किस तरह से वर्धा ने उसकी पत्नी और बेटी को शराब...
अब आगे,अपने बड़े पोते राजवीर की बात सुन कर कि वो कुछ दिन बाद आएगा तो अब राजवीर क...
( मोक्ष ) " ------ आप को भगवान समझना बहुत कठिन है, आपकी...
विवेक अपने ऑफिस में बैठे हुए होता है, तभी टीवी में चल रहे न्यूज देख कर वो एक दम...
आंकड़े और महंगाईअरहर या तूर की दाल 180 रु किलोउडद की दाल 160 रु किलीचने 100 रु कि...
1. गृहलक्ष्मी एक बार मुझे दोस्त के बेटे के विवाह के रिसेप्शन में जाने का मौक...
पटारा मैं अभी तो पूरी एक नोट बुक निकली जिसमे क्रमांनुसार कहानियाँ लिखो हुई थी......
मासूम गंगा के सवाल (लघुकविता-संग्रह) शील कौशिक (1) समर्पण उन सभी प्रकृति प्रेमियों, पर्यावरण विद्वानों को जो प्रकृति को महसूसते हैं... जानते-समझते हैं और उसके प्रति कृतज्ञ हैं...
क्या है जिंदगी? (1) मुश्किले आसान होती अगर तेरा नाम जिंदगी होता जिंदगी क्या हैै ? बस ये जानने की एक कोशिश है समझने की एक इच्छा है उस इच्छा को पूरा करना और जीवंत होकर जीना ही तो है...
न था इंतज़ार कीसुका फ़िर भी उम्र भर इंतज़ार में रहें
नमस्कार दोस्तों.... ! यू तो हर इंसान की जिंदगी में कुछ ना कुछ ख़ास पल होते हैं.... जो खुशियों या ग़म के होते हैं उन्ही कुछ ख़ास पलों के एहसासो को मैंने शायरी में पिरोया हैं... जो पेश...
जलवे .. जुल्फ है या कोई घना कोहरा .. घटाए शायद दे रही है पेहेरा .. आखोमे छुपे है “मंजर”कई.सारे मस्तीके दिखते है हसीन नजारे . चेहेरेकी “रौनकका क्या कहना .. मुश्कील है .देखकर खु...
संवेदनाओं के स्वरः एक दृष्टि (1) हे माँ वीणा वादिनी ..... हे माँ वीणा वादिनी, शत् शत् तुझे प्रणाम । हम तेरे सब भक्त हैं, जपते तेरा नाम ।। शांत सौम्य आभा लिए, मुख में है मुस्कान । ग...
कविताए
प्रतुत पुलिसिया व्यंगिकाएं मेरी पुस्तक हाँ नहीं तो से पुलिस विभाग पर व्यंग करती कुछ रचनाएँ हैं इन तमाम रचनाओं का आशय किसी विशेष राज्य या शहर की पुलिस पर आक्षेप करना नहीं, वरन प्...
जब भी कोई नई सोच आई तब लीख दिया अच्छा लगा मन की बात कह कर
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