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दिल से दिल तक: शादीशुदा आभा के प्यार का क्या था अंजाम (Part-1)‘‘हर्ष,अब क्या होग...
अब तक : संयम उसकी ओर घुमा और उसे गले लगाते हुए बोला " मेरा इस दुनिया में कोई नही...
अग्निपरीक्षा ! कुछ ही दिन पहले वह मुझे नर्सिंग होम कि लिफ्ट में टकरा...
रूही वाशरूम में अइने के सामने खड़ी अपने गले के निशान को देख रही थी जो रूद्र के व...
62चार वर्ष का समय व्यतीत हो गया। प्रत्येक दिवस गुल ने इन चार वर्षों की अवधि की स...
|| उर्वशी: प्रेम की विदाई || कहानी की शुरुआत एक छोटे से गांव से होती है, जहां हर...
सप्तम अध्याय दूर हुआ भ्रम, जाग गई ज्यौं, अपने अस्त्र संभाले। तोड़ा कुड़ी का दर...
अब आगे,कोमल डॉक्टर को कॉल करके अंदर आयी और बोली, " भाई वो आ रहे है । "तब तक मे...
दो महीने बादरॉनित का केबिन "अ.. मिस सुद, एक मिनिट रुकिए।" रॉनित ने राखी को रोकते...
भारतवर्ष के ही नहीं, सारे संसार के इतिहास में सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण वंश यदि कोई माना जा सकता है, तो वह हमारे चरित्रनायक परमभागवत दैत्यर्षि प्रहलाद का ही वंश...
रामू उठ भोर हो गया कब तक सोते रहोगे जो सोता है वो खोता है जो जागता है पाता है रामू के कानो में ज्यो ही पिता केवल के शब्द सुनायी दिये गहरी निद्रा से जागा उसे ऐसे लगा वह एक नई ऊर्जा...
स्वायम्भुव मनुके दो पुत्र थे— ‘प्रियव्रत और उत्तानपाद।’ उत्तानपाद की दो स्त्रियाँ थीं— ‘सुरुचि और सुनीति।’ सुरुचि का पुत्र था उत्तम और सुनीति का ध्रुव। राजा उत्तानपाद सुरुचि पर...
मेरी ये कहानी आप सब के समक्ष प्रस्तुत है।ये कहानी दो दोस्तों की अटूट दोस्ती की कहानी है। हमारा समाज आज भी एक लड़के और एक लड़की की दोस्ती को खुले दिल से स्वीकार नहीं कर पाता। ये कहा...
‘’रत्नावली’’ पर एक दृष्टि बद्री नारायण तिवारी आज वातानुकूलित कमरों में बैठ कर जो लिखा जा रहा है उसका क्षणिक प्रचार तो मिल जायेगा किन्तु वह रचनायें कालजयी नहीं हो पातीं। भक्तवत्...
पात्र परिचय - सलोनी - छुटकी दीदी भाग्या - बड़ी बहन ज्योत्सना - माँ अमर - भाग्या का पति देवी सहाय - नाना शारदा देवी - नानी सीताराम - माँ का चचेरा भाई सुकांत...
आजकल के दौर में तो घरों में संभवतः तीन रोटी एक साथ परोसते देख भी ले तो हमें आश्चर्य नही होगा । किन्तु अधिकतर आपने देखा होगा थाली में तीन रोटी नहीं परोसते दो ही परोसते हैं इसके पीछे...
चेनाब नदी के किनारे एक खूबसूरत जगह है- तख़्त हजारा। यहाँ बहने वाले दरिया की लहरें और बगीचे की खुशबू की वजह से इसे पूरब का स्वर्ग कहा जाता है। यही रांझाओं की धरती है जो मस्ती से यहा...
आज पूनम और प्रकाश का विवाह था। बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ, धूमधाम से यह विवाह हो रहा था। पूनम बहुत ख़ुश थी, क्योंकि एक ही शहर में ससुराल और मायका दोनों थे। विदाई के समय जब उस...
“आर्ट ऑफ वार” सुन त्ज़ू द्वारा 500-550 ईसा पूर्व लिखी गई एक प्रभावशाली पुस्तक है। जिसे उस समय के हालात में सिर्फ और सिर्फ युद्ध को मद्देनज़र रखते हुए लिखा गया था। इसमें कोई दोमत नह...
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