सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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बबीता की मां का आंचल By Rajesh Rajesh

माता-पिता के स्वर्गवास होने के बाद बलवंत को उसकी मुंह बोली बहन पाल पोस कर बड़ा करती है। और बलवंत की सुंदर सुशील घरेलू लड़की सुलोचना से शादी करवा देती है। बलवंत की रोजी-रोटी थी अपने...

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अपना आकाश - 25 - नन्दू की आँखें पढ़ो By Dr. Suryapal Singh

अनुच्छेद- 25 नन्दू की आँखें पढ़ो दिन के तीन बजे थे । इतवार का दिन। अंजलीधर ने वत्सला को बुलाया। पुरवा लहकी हुई थी। आसमान में बादल थे पर वर्षा की शीघ्र संभावना न थी । ज़मीन को छीलती...

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गगन--तुम ही तुम हो मेरे जीवन मे - 13 By Kishanlal Sharma

"लालाजी उस कमरे में चले जाओ।चौबारा उस कमरे को चौबारा कहते थे।उसके सामने जो छत थी,वह खाली थी।उस पर कोई नही सोया था।जब मैं चौबारे में आया तो देखा वह थक गई है और बाहर चौबारे के सामने...

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मुझसे शादी कर लो - 6 By Kishanlal Sharma

एक दिन राघव उसके पास प्रपोजल लेकर आया था लेकिन उसने बेइज्जत करके निकाल दिया था।अब उसे पता चला कि वह उससे सच्चा प्यार करता था।अगर ऐसा न होता तो आज वह जिंदा नही होती।वह उसी की वजह से...

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परिवर्तन ही संसार का नियम है॥ By ArUu

कुछ दिन पहले पाली में एक case सुनने को मिला था। जिसमे एक लडकी के इंटरकास्ट मैरिज के बाद उसके मां बाप ने खुदखुशी कर ली.. और लोगो ने भर भर के उस लड़की को गालियां दी।। पर क्या वाकई मे...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

उजाले की ओर ---संस्मरण ================== स्नेहिल नमस्कार मित्रो! भोर के इन लम्हों में जब अंगड़ाई के लिए उठे...

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चोर के घर चोरी By Rakesh Rakesh

प्यारेलाल सीधा-साधा सच्चा ईमानदार सज्जन पुरुष था। अपने गांव और आस-पास के गांव में प्यारेलाल का बहुत मान सम्मान था। उसके हर एक फैसले का उसके गांव वाले और आसपास के पांच गांव के लोग ब...

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प्रायश्चित By Bhavana Shukla

  परिचय डॉ.भावना शुक्ल जन्म – 3-दिसम्बर - जबलपुर (मध्यप्रदेश)शिक्षा – एम.ए., एम.फिल.,पी.एच.डी, बी.एडवर्तमान में ..सहायक प्राध्यापक ..वोकेशनल कॉलेज दिल्ली विश्व विद्यालय शोध निर्देश...

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अमीर लड़का कैसे बना गरीब।। By Anshu Kumar

ये कहानी अंशु कुमार यादव के द्वारा लिखी गई है।। ये कहानी एक अमीर लड़का की है जो गरीब बन जाता है।। एक शिवम नाम का लड़का था। उसके पापा बहुत बड़े कंपनी के मालिक थे। जहाँ उसके पापा बहु...

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रक्षा स्वाभिमान की By Rakesh Rakesh

माता पिता के स्वर्गवास के बाद हरि ओम को उसके बड़े भाई अमर सिंह और भाभी विमला ने पाल पोस कर बड़ा किया था। हरि ओम पढ़ाई लिखाई में थोड़ा कमजोर था, लेकिन उसको दुनियादारी की बहुत अच्छी...

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गाय की बछिया By Rajesh Rajesh

रणधीर का संयुक्त परिवार गांव में सबसे बड़ा था। उसके परिवार में माता पिता अपनी छोटी बहन के अलावा दादा दादी ताऊ ताई उनके दो बेटे चाचा चाची उनका एक बेटा था। इतना बड़ा परिवार गांव के म...

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छोटी सी शीतल By Rakesh Rakesh

नगरकोट ज्वाला जी के मंदिर के पास एक पहाड़ पर छोटा सा बहुत सुंदर गांव था। उस गांव में पार्वती अपनी पुत्री शीतल के साथ रहती थी। पार्वती का पति जुआरी शराबी अय्याश किस्म का पुरुष था। व...

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खटाई अचार मे अच्छी लगती, रिश्तों में नहीं By Sushma Tiwari

रज़ाई में दुबके हुए स्मृति ने चाय खत्म की। प्याला बिंदु को ले जाने के लिए आवाज़ दी। माँ कहाँ है? पूछने पर उसने बताया कि वो छत पर धूप सेंक रही हैं। स्मृति ने घड़ी की तरफ देखा साढ़े...

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दूसरा मौका By Rakesh Rakesh

शादी के सात साल तक विनय और दीपा जब मां-बाप नहीं बनते हैं, तो विनय अपनी पंसारी की दुकान की जगह खिलौने की दुकान खोल लेता है, ताकि रोज मासूम बच्चों से उसकी मुलाकात होती रहे। यह तरीका...

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पर्दा हट गया By Sudhir Srivastava

कहानी पर्दा हट गया ----------------- अभी थोड़े दिन पहले ही सीमा को पदोन्नति देकर जनरल मैनेजर बना दिया गया था। अपने काम के प्रति जूननी और समर्पित सीमा न खुद लापरवाह रहती थी और न ही...

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मुजाहिदा - ह़क की जंग - भाग 41 - अंतिम भाग By Chaya Agarwal

भाग 41आज शाम को पाँच बजे आरिज़ से मिलने का वक्त तय हुआ था। ठीक पाँच बजे चेतना फिज़ा की बीती हुई जिन्दगी से रु-ब-रू हुई। वह उस घर में आई थी जहाँ फिज़ा ने एक बरस गुजारा था। एक बड़े से हॉ...

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अपराजिता - जीवन की मुस्कराहट By DINESH KUMAR KEER

अपराजिता - जीवन की मुस्कराहटबड़े शहर से शादी करके आई अपराजिता जब से अपने ससुराल एक छोटे से गांव में आई तब से देख रही थी ससुराल में उसकी बुजुर्ग दादी सास का निरादर होता हुआ। ससुराल...

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रमा By kirti chaturvedi

आज बाबुल के अंगना से रमा की बेटी पूनम की विदाई हो रही थी। कन्यादान बेटी के चाचा और चाची ने किया जबकि उसी मंडप के सामने माता और पिता दोनों मौजूद थे। दरअसल ऐसा मां की ममता को नकारने...

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लक्ष्मी--अछत लड़की की प्रेमकथा By Kishanlal Sharma

ओहो,"डोर बेललगातार बज रही थी।आवाज सुनकर लीला उठते हुए बोली,"आ रही हूँ।"लीला पूजाघर से निकलकर दरवाजे पर आई थी।उसने दरवाजा खोला तो अपरिचित युवती को दरवाजे पर खड़े पाया था।लीला उस युवत...

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हमराही - 3 By Kishanlal Sharma

"भगवान राम हिंदुओ के आराध्य हैं।आदर्श पुरुष और सीता जैसी स्त्री दूसरी पैदा नही हो सकती।"मैने भी पढ़ा तो है""पूर्वज तो राम आपके भी है।""बात सही है।धर्म बदला है पूर्वज तो नही बदल सकते...

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दुष्चक्र - 2 By Kishanlal Sharma

रिश्वत,भरस्टाचार,ऊपरी कमाई या गलत तरीके से कमाया पैसा आदमी को व्यसनों की तरफ अग्रसित करता है।शराब पीने की आदत,वेश्यागमन,जुआ आदि की लत ऐसे पैसे से ही पड़ जाती है।वह सर्विस में आया तब...

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सहारा By DINESH KUMAR KEER

माँ आप यहां पर ऐसे क्यों बैठी है, चाय बना लाऊं आपके लिए। नही कुछ नही सीमा..., बस ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी, सासु - माँ जी बोली... माँ, स्वास्थ्य तो सही है ना आपका, दिखाइए... शरीर क...

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बबीता की मां का आंचल By Rajesh Rajesh

माता-पिता के स्वर्गवास होने के बाद बलवंत को उसकी मुंह बोली बहन पाल पोस कर बड़ा करती है। और बलवंत की सुंदर सुशील घरेलू लड़की सुलोचना से शादी करवा देती है। बलवंत की रोजी-रोटी थी अपने...

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अपना आकाश - 25 - नन्दू की आँखें पढ़ो By Dr. Suryapal Singh

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रणधीर का संयुक्त परिवार गांव में सबसे बड़ा था। उसके परिवार में माता पिता अपनी छोटी बहन के अलावा दादा दादी ताऊ ताई उनके दो बेटे चाचा चाची उनका एक बेटा था। इतना बड़ा परिवार गांव के म...

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छोटी सी शीतल By Rakesh Rakesh

नगरकोट ज्वाला जी के मंदिर के पास एक पहाड़ पर छोटा सा बहुत सुंदर गांव था। उस गांव में पार्वती अपनी पुत्री शीतल के साथ रहती थी। पार्वती का पति जुआरी शराबी अय्याश किस्म का पुरुष था। व...

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शादी के सात साल तक विनय और दीपा जब मां-बाप नहीं बनते हैं, तो विनय अपनी पंसारी की दुकान की जगह खिलौने की दुकान खोल लेता है, ताकि रोज मासूम बच्चों से उसकी मुलाकात होती रहे। यह तरीका...

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रमा By kirti chaturvedi

आज बाबुल के अंगना से रमा की बेटी पूनम की विदाई हो रही थी। कन्यादान बेटी के चाचा और चाची ने किया जबकि उसी मंडप के सामने माता और पिता दोनों मौजूद थे। दरअसल ऐसा मां की ममता को नकारने...

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लक्ष्मी--अछत लड़की की प्रेमकथा By Kishanlal Sharma

ओहो,"डोर बेललगातार बज रही थी।आवाज सुनकर लीला उठते हुए बोली,"आ रही हूँ।"लीला पूजाघर से निकलकर दरवाजे पर आई थी।उसने दरवाजा खोला तो अपरिचित युवती को दरवाजे पर खड़े पाया था।लीला उस युवत...

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माँ आप यहां पर ऐसे क्यों बैठी है, चाय बना लाऊं आपके लिए। नही कुछ नही सीमा..., बस ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी, सासु - माँ जी बोली... माँ, स्वास्थ्य तो सही है ना आपका, दिखाइए... शरीर क...

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