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बर्बरता का समाधान क्या हैं ?
द्वारा Rudra S. Sharma

(), () ()रिक्तत्व की सन्निकट प्रकटता हैं शरुप्ररा अर्थात् मेरी प्रत्येक शब्द प्राकट्यता, सत्य मतलब की मुमुक्षा ही जिसके प्रति जागरूकता को आकार दें सकती हैं अतः मुक्ति की ...

सर्व समर्थ जागरूकता की उपलब्धता का पथिक हूँ मैं ..!
द्वारा Rudra S. Sharma

(), () ()रिक्तत्व की सन्निकट प्रकटता हैं शरुप्ररा अर्थात् मेरी प्रत्येक शब्द प्राकट्यता, सत्य मतलब की मुमुक्षा ही जिसके प्रति जागरूकता को आकार दें सकती हैं अतः मुक्ति की ...

राख!!
द्वारा Madhu

अरे ये क्या कह रही हो तुम अभी कुछ दिन पहले हि हमारी बात हुई थी तब तो सब ठीक था! एकदम फ़िट एण्ड फ़ाइन थी ये सब कैसे ...

मुमुक्षु अवचेतन की चेतन मन को प्रतिक्रिया
द्वारा Rudra S. Sharma

मेरे मुमुक्षु अवचेतन मन की, मुक्त यानी पूर्ण मृत निराकार चेतन मन के प्रेम पूर्ण आमंत्रण की प्रतिक्रिया ..!!मैं ऐसे वाहन चालक सा हूँ, जिसके हिसाब सें वाहन नहीं ...

कुछ शब्द!!
द्वारा Madhu

उस दिन तुम्हारे बारे में किसी और से मालूम हुआ मुझे उस बात तनिक भी खबर ना थी जब पता चला मेरा दिल धक से हुआ ऐसा लगा कि ...

कुछ बाते....
द्वारा Madhu

क्यो क्यो हर बार हम अपने जाबान्ज वीरो को खो दे रहे हैं सिर्फ़ कुछ गद्दारो जिस देश का नमक खाते हो क्यो नमक हलाली करते हो..... क्या मिलता ...

मेरा प्रेम पत्र
द्वारा Rudra S. Sharma

सही गलत दों हैं और वास्तविकता एक मात्रता का नाम, इसका मतलब हैं जहाँ सही और गलत हों सकता हैं वहाँ भृम या सत्य की ओर इशारे हों सकतें ...

गालियों का प्रयोग क्या सही हैं?
द्वारा Rudra S. Sharma

अपमान कर्ता शब्दों के प्रयोग, कलंक या निंदा की बात अर्थात् अपशब्दों यानी गालियों का प्रयोग क्या सही हैं?जो जैसा हैं उसे वैसा ही कहना अर्थात् ही सत्य कहना ...

एक चिट्ठी प्यार भरी - 4
द्वारा Shwet Kumar Sinha

प्रिय प्रियतमा, आज एकबार फिर तुम्हारी नगरी में हूं। पर सबकुछ कितना बदल गया है यहां! या फिर शायद ये मेरी नजरों को धोखा भी हो सकता है क्योंकि ...

मोटे अनाज मल्टीग्रेन की संक्षिप्त जानकारी 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष
द्वारा JUGAL KISHORE SHARMA

एक अनुमान के मुताबिक देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन में कदन्न अनाज की हिस्सेदारी 40 फीसदी थी। कदन्न अनाज को मोटा अनाज भी कहा जाता है क्योंकि इनके उत्पादन में ...

आधुनिक भारतीय दर्शन में व्यक्तिवाद की समीक्षा समकालीन अध्ययन के सार
द्वारा JUGAL KISHORE SHARMA

आधुनिक भारतीय दर्शन में व्यक्तिवाद की समीक्षा, समकालीन अध्ययन के सार स्वयं और व्यक्तियों को अक्सर समकालीन दर्शन में समानार्थक शब्द के रूप में उपयोग किया जाता है, और ...

तुम्हारे नाम एक पत्र और
द्वारा SURENDRA ARORA

आज चालीस साल बाद एक बार फिर तुम्हें चिट्ठी लिखने की इच्छा हुई है। इच्छा, आज ही नहीं सच कहूं तो पिछले कई दिनों से दिल के, दिमाग के ...

પ્રિય ભાઈ
द्वारा Dave Tejas B.

પ્રિય ભાઈ આજે તારા વિશે મારા મનમાં ઉઠતા વિચારના મોજાને કલમે કંડારવની ઈચ્છા થઇ પરંતુ વિડંબના એ છે કે શરૂવાત ક્યાંથી કરું, કેટલું લખવું છે તેમ છતાં કય લખવાની ...

I Hate You I Love You - 13
द्वारा Swatigrover

13 आदित्य ने सिद्धार्थ की बात सुनकर गाड़ी अपने घर के रास्ते कर दी । सिद्धार्थ अपने घर के बाहर उतरा । जाते हुए सिद्धार्थ ने कहा, "हम कल ...

एक चिट्ठी प्यार भरी - 3
द्वारा Shwet Kumar Sinha

प्रिय श्वेत शुभाशिर्वाद, तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर खुशी हुई कि तुम कठिन परिश्रम कर रहे हो। इसी तरह hard work करते रहो। जीवन में बहुत सारी कठिनाई आती है ...

राजस्थान की कहावतें
द्वारा JUGAL KISHORE SHARMA

  छोटी मोटी कामणी सगळी विष की बेल (छोटी या बड़ी, सभी कामिनियाँ जहर की बल । अथवा विषय वासना की ओर ले जाने वाली हैं।) जवान में ...

एक चिट्ठी प्यार भरी - 2
द्वारा Shwet Kumar Sinha

प्यारी बहना, रक्षाबंधन की सुबह तुम्हारी भेजी हुई राखी पहन ऑफिस तो चला गया, पर न जाने क्यूं कहीं कुछ कमी-सी रह गई। याद है बहना, बचपन में राखी ...

एक चिट्ठी प्यार भरी - 1
द्वारा Shwet Kumar Sinha

प्रिय पापा, सबसे पहले तो मुझे क्षमा करें मैने आपके लिए आदरणीय के स्थान पर प्रिय शब्द का इस्तेमाल किया। दरअसल कई बातें थी जिन्हे कहने के लिए मुझे ...

आदर्श अभिभावकों को कैसा होना चाहियें?
द्वारा Rudra S. Sharma

पक्षी को कोई उड़ना नहीं सिखाता, बस इस कदर उड़ने की आवश्यकता होनी चाहियें कि उसके अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचें; फिर क्या.. उनका उड़ना अंदर से ...

मेरी अभिव्यक्ति किसके लियें हैं?
द्वारा Rudra S. Sharma

मेरी अभिव्यक्ति किनके लियें हैं?ईश्वर ने सभी को अलग-अलग दिमाग दियें हैं इसका मतलब हैं कि वह चाहता हैं कि सभी अपने लियें सोचें और समझें कि उन्हें क्या ...

सत्य को स्वार्थी नहीं होना चाहियें।
द्वारा Rudra S. Sharma

लेखक और लेखन के संबंध में।मेरी अभिव्यक्ति केवल मेरे लियें हैं यानी मेरी जितनी समझ के स्तर के लियें और यह मेरे अतिरिक्त उनके लियें भी हो सकती हैं ...

Why are most people unable to understand me?
द्वारा Rudra S. Sharma

क्यों मुझें अधिकांश लोग समझनें में असमर्थ रहते हैं?किसी का भी मुझे समझ नहीं सकने का सही अर्थों में यानी वास्तविक कारण क्या हो सकता हैं?क्यों मुझें अधिकांश लोग ...

मुझसें अपेक्षायें रखने की योग्यता क्या हैं?
द्वारा Rudra S. Sharma

■ मैं संसार से पूर्णतः विरक्ति के पश्चात भी सांसारिक क्यों और कैसे हूँ?मैं संसार से पूर्णतः विरक्त हूँ यानी सत्य या वास्तविकता के महत्व से पूर्णतः भिज्ञ हूँ ...

दिसंबर️️
द्वारा Priya pandey

दिसंबर तुम मेरे लिए सबसे खास हो, सबसे करीब भी..खास क्यों ये मैं नहीं जानती लेकिन इतना पता है कि हर बार तुम मुझे और मजबूत बना जाते हो, ...

प्रियतमने पत्र
द्वारा Bhanuben Prajapati

प्रियतमने पत्र भाग - 1 प्रिय सागर आज तुम्हें एक खत भेज रही हूं । जिसने मेरे हदयमें लगी हुई दिल की याद को भेज रही हूं । तुम ...

मेरा यार शिंदे बाबू...
द्वारा Deepak Pradhan

ओय शिंदे बाबू...आज तेरे जन्मदिन पर मन कर रहा है कि मैं तुझपर ढेर सारी बातें लिखूँ तुझे लिखू,तेरी बाते लिखूँ,तेरी यादे लिखूँ या फिर तेरी वो सरारते लिखूँ ...

खुला पत्र (शराबी पति के नाम)
द्वारा Alok Mishra

हे प्राणनाथ, यहाँ सब लोग कुशल मंगल है। इस पत्र को लिखते हुए मुझे अपने वे दिन याद आ रहे है, जब ...

एक पत्र भगवान के नाम
द्वारा Megha Rathi

भगवान जी नमस्कार, आशा है कि आप कुशलतापूर्वक होंगे, हाँ.. होंगे ही… क्योंकि आप तो भगवान हैं जो सबकी इच्छाएं पूरी करते हैं, सभी आपसे सुख की कामना ...

Unemployment And The Red (Hersh of Society)
द्वारा शिवाय

Unemployment in India & The Redआपके शब्द और आपका समय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है ??देश के विकास में आपकी लिखित रचना काम आ सकती हैहम एक शीर्षक पर ...

एक पाती माता पिता के नाम
द्वारा Annada patni

एक पाती माता पिता के नाम अन्नदा पाटनी पूज्य बाबूजी व अम्माँ, सादर प्रणाम । यह जानते हुए भी कि आप हमारे बीच में नहीं है, न हीं आप ...

इलाहाबादी चिट्ठी बाबू जी के नाम
द्वारा Abhinav Singh

प्रिय बाबू जी, आपका पत्र हमको मिला। हम यहाँ कुशल से हैं और आशा करते है की वहाँ भी सब कुशल ही होगा। बाबू जी आपको सूचित करते हुये ...

बेनामी ख़त - 3
द्वारा Dhruvin Mavani

( ये किसी एक के लिए नही है वल्कि हर उस इंसान के लिए है जिसने कभी जिंदगी में सच्ची मोहब्बत की है लेकिन अब वो उनके साथ नही ...