लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • अजबदे पंवार- महाराणा प्रताप की पत्नी

    अजबदे पंवार महाराणा प्रताप की पत्नी तथा अमरसिंह सिसोदिया की माँ थी। इनके पिता का...

  • पिघलती बर्फ

    रामलाल शहर में एक मोहल्ले से होकर गुजर रहे थे। उस मोहल्ले से उन्हें खासी नफ़रत थी...

  • इंसान

    शहर में अचानक दंगे भड़क उठे थे।दो गुटों में मारपीट के बाद हालात बेकाबू होते देख प...

हीर रांझा की एक अधूरी प्रेम कहानी - 7 By Akash Gupta

"हीर ने जैसे ही रांझे के बारे में पिता चूचक से बात की। वह हीर को रांझा से अलग ले जाकर मुस्कुराते हुए बोले- ‘बेटी, कौन है यह बंदा और कब आया है? यह तो बदन से इतना कोमल दिख रहा है कि...

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शहीद सुखदेव By दिनू

शहीद सुखदेव के जन्मदिवस (15 मई ) के अवसर पर....भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ‘सुखदेव’ ऐसा नाम है जो न सिर्फ़ देशभक्ति बल्कि साहस और कुर्बानी का भी प्रतीक है। 23 मार्च 1931 के दिन सु...

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लूसिफ़र By Anita Singh

लूसिफ़र लूसिफ़र ,टैडी की माँ के साथ उसे स्कूल से पिकप करने जाता है। कार मे बेठ्ते हुए टेडी माँ से पूछता है, क्या dogs को भी कलेप्टोमेनिया की बीमारी होती है माँ क्या ? आज टीचर ने क्...

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अजबदे पंवार- महाराणा प्रताप की पत्नी By धरमा

अजबदे पंवार महाराणा प्रताप की पत्नी तथा अमरसिंह सिसोदिया की माँ थी। इनके पिता का नाम राव माम्रक सिंह तथा माता का नाम हंसा बाई था। अजबदे पंवार ने महाराणा प्रताप की राजनीतिक मामलों म...

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मोतीचूर के लड्डू चकनाचूर By S Sinha

                                       कहानी -    मोतीचूर के लड्डू चकनाचूर    “ अरे , सुनो  . छाता तो लेते जाओ  . “   दीपक की  पत्नी ने कहा   “ आज तो मौसम साफ है ,बेकार का  छाता ढो...

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अज्ञात व्यक्ति.... By Saroj Verma

ये क्या पंडित जी, फिर इतने सारे बतासे ले आए,अभी तो बहुत रखें हुए हैं, पंडिताइन निर्मला अपने पति से बोली।। नहीं, पंडिताइन बतासे घर में कभी खत्म नहीं होने चाहिए,क्या पता कब कौन पीने...

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फेसबुकिया बहू By राज कुमार कांदु

निशा पढ़ी लिखी सुशिक्षित, सुलझे हुए विचारों वाली और सौम्य व्यवहार वाली खूबसूरत हँसमुख युवती थी। मेहनती व सेवाभावी स्वभाव की वजह से वह चंद दिनों में ही ससुराल में सबकी चहेती बन गई। घ...

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बिटिया पर हुई सघन चर्चा By अशोक असफल

इस कहानी का धमाका पूरे पटल ने महसूस किया है। कहानी जिस चुस्त और रोचक अंदाज़ में लिखी गयी है, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। भाषा की जीवंतता आद्योपांत बाँधकर रखती है। ज्योति एक दिलचस्प पात्र ह...

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रानी सावलदे ओर राजा कारक की कथा By धरमा

पुंडीर राजवंश- रानी सावलदे ओर राजा कारक की कथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे राजा कारक ओर रानी सावलदेह का किस्सा लोक गीत ओर रागनियो मे बहुत गाया जाता है ।लेकिन बहुत कम ही लोग जानते है की...

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पिघलती बर्फ By राज कुमार कांदु

रामलाल शहर में एक मोहल्ले से होकर गुजर रहे थे। उस मोहल्ले से उन्हें खासी नफ़रत थी, इतनी कि वो इधर आना ही नहीं चाहते थे। वजह थी उनकी इकलौती बेटी सीमा जिसने उनकी मर्जी के खिलाफ इसी मो...

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बिटिया By अशोक असफल

जब पहली बार शास्त्री उसे बिठाने आए थे। किसी के माध्यम से बात हुई थी। और एक तिलकधारी, धोती-कुर्ते वाला भारी भरकम पंडित उनके सामने खड़ा था, परिचय देते ही उन्होंने सीट से उठ कर उसके प...

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घर की मुर्गी दाल बराबर By Saroj Prajapati

बादल घिर आए थे और किसी भी समय तेज बारिश हो सकती थी।।आस्था ने जल्दी से अपना पर्स उठाया और बाहर निकलने लगी। तभी उसकी साथी टीचर्स बोलींआस्था थोड़ी देर रुक जाओ। देखो तो बारिश होने वाली...

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इंसान By राज कुमार कांदु

शहर में अचानक दंगे भड़क उठे थे।दो गुटों में मारपीट के बाद हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया। समीर अपने बेटे रोहन के लिए चिंतित था जो शहर के दूसरे छोर पर...

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खुबसूरत सफ़र कि शुरुआत By Manisha Netwal

मां, मैं ऑफिस के लिए लेट हो रहा हूं, आइए आपको शर्मा अंकल के घर छोड़ देता हूं,,,,,, शौर्य अपने कमरे से बाहर निकलते हुए अपनी मां रेवती को आवाज लगाता है। रेवती तैयार होकर बाहर शौर्य क...

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चोरनी By Anita Singh

चोरनी शाम होने को थी ,चिड़िया अपने घोंसले की ओर उड़ चली थी , सूरज ढलने के साथ सारे आसमान को नारंगी बना गया था ।एक -एक पल के साथ नारंगी रंग स्याह होता जा रहा था ।चुन्नी तेज कदमों से...

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घास और बास By Devendra Kumar Jaiswal

घास और बास ये कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो एक Business man था लेकिन उसका business डूब गया और वो पूरी तरह hopeless हो गया। अपनी life से बुरी तरह थक चुका था। अपनी life से frustrate...

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एक अधूरी प्रेम कहानी - 5 By Akash Gupta

Hii guys am Akash gupta हमेशा की तरह फिर से एक अधूरी प्रेम कहानी लेकर आया हूं आसा करता हु की पसंद आएगीएक लड़का कई सालों से लाईलाज कैंसर से झूझ रहा था। बीमारी के कारण वह अपना अधिकांश...

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पद यात्रा भी जारी बहस भी जारी... By Yashvant Kothari

ललित –लेख पद यात्रा भी जारी  बहस भी जारी...... यशवंत कोठारी  पैदल चले याने पद यात्रा करे ,अपने चरणों को धरती पर उतारे याने डाउन टू अर्थ याने धरती से जुड़े ,राहुल जी इसी लम्बी पद यात...

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अंतिम पौधा By राज कुमार कांदु

चौबीस वर्षीया रजनी की अजीबोगरीब हरकतों से उसकी माँ कमला सकते में थी। बहुत सारे अच्छे रिश्तों को वह ठुकरा चुकी थी। उसे मर्दों और शादी के नाम से भी चिढ थी। एक दिन उसने अपनी माँ कमला...

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इत्र वाली किशोरी By Krishna Kaveri K.K.

इत्र वाली किशोरीचार्वी कबीलाई युवती थी , उम्र लगभग पंद्रह या सोलह वर्ष रही होगी। रंग , रूप से ज्यादा आकर्षक नहीं थी.. लेकिन उसकी आंखों में देखकर , उसके मन में क्या चल रहा है , सरलत...

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वरदान By Devendra Kumar Jaiswal

अभी कुछ दिन पहले मैंने अपने धर्मग्रंथों का हवाला देते हुए बताया था कि पुरातन काल में राक्षसों के पास ऐसे ऐसे वरदान होते थे जो एक नजर में उन्हें अमर बनाते थे..लेकिन, देवताओं ने... उ...

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मोर। By रामानुज दरिया

(मोर) चिलचिलाती धूप में आये ढूँढने छाँव जब देखा मोर को तो याद आ गया गाँवमैं तो बस यूं ही बालकनी में खड़ा था लेकिन अचानक से मेरी नजर जब उस तरफ गई तो मैं चौंकन्ना स रह गया ओ अदभुत नजा...

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मेल - अंतिम भाग By Jitin Tyagi

उन दिनों वक़्त ही तेज़ी से भाग रहा था। या बच्चें ही जल्दी बड़े हो गए थे। ये मुझे बिल्कुल पता नहीं चला। शायद मैं खुद में ज्यादा ही व्यस्त थी। और इसका कारण भी था। क्योंकि पापा की डेथ...

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गेहूं की तोंद By Devendra Kumar Jaiswal

‼️गेहूं की तोंद‼️गेंहू मूलतः भारत की फसल नहीं है अमेरिका के एक हृदय रोग विशेषज्ञ हैं डॉ विलियम डेविस...उन्होंने एक पुस्तक लिखी थी 2011 में जिसका नाम था "Wheat belly गेंहू की तोंद"....

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एक अक्षर का खेल By S Sinha

                                                      हास्य लघु कथा - एक अक्षर का खेल  तीन दिनों के बाद  दीपक और  सिया  की शादी की सिल्वर जुबली थी  . सिया  ने कहा “ क्यों न इस बार...

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सुलोचना। By डॉ. शैलजा श्रीवास्तव

अरे राजेश आज बहुत खुश लग रहे हो, राजेश को जल्दी-जल्दी स्कूल का काम ख़त्म करते देख उनके परम मित्र औऱ स्कूल में उनके साथी गोविन्द शर्मा जी बोले. हाँ यार गोविंद आज खुशी अन्दर से बाहर न...

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राष्ट्रीय पुरस्कार By Rohit Kumar Singh

उसे बडा गुस्सा आता,मन ही मन वो आग बबूला हो उठता था,जब उसकी पत्नी या जवान बच्चे उसे बेरोजगार कहते,,कभी सामने ,कभी पीठ पीछे किसी और के।अरे जीवन भर किसानी कर बच्चो को पढाया लिखाया, रह...

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हनुमान जी का कर्ज़ा By Devendra Kumar Jaiswal

*️ ... हनुमान जी का कर्ज़ा ... ️राम जी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो कुछ दिन पश्चात राम जी ने विभीषण, जामवंत, सुग्रीव और अंगद आदि को अयोध्या से विदा कर दिया। तो सब ने सोचा हनुमान...

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बेटी पढाओ...दहेज मिटाओ By Devendra Kumar Jaiswal

मदन जी का लड़का है अशोक, एमएससी पास। नौकरी के लिए मदन जी निश्चिन्त थे, कहीं न कहीं तो जुगाड़ लग ही जायेगी। अब लड़के का बियाह कर देना चाहिए। सुरेश जी की लड़की है ममता, वह भी एमए पहले दर...

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बाबु-राही By JUGAL KISHORE SHARMA

बाबु-राहीमंजिल की तलाशसन् 1970 की बात, माइग्रेशन आम बात थी,पॉच-दस जमात पढा-क नहीं पढा, जानाही पड़ता परदेश रोजगार की तलाश में ।मिटटी-आबो-हवा की तजवीज का फला है,या जीवन ओ जिने कसावट क...

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स्कर्ट By Reshu Sachan

दिसम्बर का महीना उसपर से दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड और  सुबह के छः बजे अचानक फ़ोन की घंटी बजे तो मिहित ही क्या किसी का भी मूड ख़राब हो जायेगा। आँखें खोले बिना, हाथ बढाकर फ़ोन उठाने से...

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सेवा का फल मीठा होता है By Devendra Kumar Jaiswal

कल बाज़ार में फल खरीदने गया,तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था,उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था…“घर मे कोई नहीं है, मेरी बूढ़ी माँ बीमार है,मुझे थोड़ी थोड़...

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अनसुलझा प्रश्न (भाग 21) By Kishanlal Sharma

65--त्रासदीमैं अपने लेखक मित्र से फोन पर बात कर रहा था।बातो ही बातो में वह बोले,"जिस पत्रिक में मेरी रचना छपती है,उसे फाड़कर फ़ाइल में लगा लेता हूं।और पत्रिका को रद्दी में बेच देता ह...

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हमसफ़र : हमदर्द By Reshu Sachan

वो रात कुछ यूँही सोते जागते गुजरी थी, आकर्ष और महक की। आकर्ष को दोपहर की फ़्लाइट से दिल्ली जाना था , जहां वह एक मल्टीनैशनल कम्पनी में नौकरी करता था । महक , उसकी पत्नी बनारस में एक...

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द हूडि बॉय By Krishna Kaveri K.K.

द हूडि बॉयरोज की तरह उस रात भी मैं अपने कोचिंग से घर वापस जा रही थी। वैसे तो उस गली में अंधेरा और सन्नाटा रहता ही है.. लेकिन उस रात का अंधेरा कुछ ज्यादा ही अंधकार भरा लग रहा था। मे...

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नियति By Asha Parashar

अचानक पंडाल का शोर थम गया और धीमी-धीमी खुसुर-पुसुर होने लगी, ”बड़ी मां आ गई, बड़ी मां आ गई।“ श्रोताओं से काफी ऊँचाई पर सुसज्जित मंच पर सफेद धोती गर्दन से पांव तक लपेटे, क...

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परिवर्तन ही संसार का नियम है By Jas lodariya

जीवन के संग्राम की महत्वपूर्ण सीढ़ी है परिवर्तन... दोस्तों इस जीवन में वही आगे बढ़ते हैं जो परिवर्तन की प्रक्रिया से भयभीत नहीं होते। वे भली भाँति जानते हैं कि स्थिरता ही जड़ता, नी...

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कुल देवी By Rj love j

ये कहानी आज की नहीं सादिया से चली आ रही है!एक ऐसे कुल की देवी की जो हमेशा उस परिवार की रक्षा करते हुए आ रही है इस कहानी की शुरवात यूपी के मऊ जिला के एक छोटे से कस्बे से हुई! जहा चौ...

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बुढियॉं और मॉं By JUGAL KISHORE SHARMA

मां के स्वरूप की व्याख्या अनंत काल से चिरस्थाई जीवन्त के अनन्त सोपान है, है ही कमाल भी, सत्य, शाश्वत, चिरन्तर प्रखर वैचारिकी पर सोच पर बेलगाम विस्तार से परे रह कर भी! हर, समय, देश-...

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गुलाबी नोट By राज कुमार कांदु

रामू एक किसान था। इस साल पड़े सूखे ने उसके खेतों के साथ ही उसे भी सूखा दिया था, लेकिन वह हिम्मती और मेहनती था। आत्महत्या जैसा कायराना विचार भी उसके मन में नहीं आया और अपनी पत्नी और...

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गुरु जी आशीर्वाद बनाये रखना. By Piyush Goel

बात कुछ साल पुरानी हैं रमेश के पिताजी का ट्रांसफ़र सहारनपुर से मथुरा के एक गाँव चौमुहां में हो गया था. रमेश उस समय कक्षा ६ का विधार्थी था जब रमेश ८ वी कक्षा में आ गया तो रमेश के पि...

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ऑनलाइन दोस्ती, प्यार और फिर ब्रेक अप By Anurag Basu

आज करते है.. कुछ प्यार ऑनलाइन प्यार ,दोस्ती और ब्रेक अप की , बाते....जो की आजकल बहोत ही...आम बात हो गई है।.. आजकल बहोत ही आसानी से लोगो को लव हो जाता है.या यू कहे कि, अट्रैक्शन हो...

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आज का रावण By राज कुमार कांदु

'जय श्री राम ' का घोष अवकाश में गूँज उठा और खुशी और कौतूहल से भरा रावण धरती के उस हिस्से पर आ धमका जहाँ से यह घोषणा अभी भी गाहे बगाहे गूँज रही थी। इस वक्त रावण सूक्ष्म रूप...

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हीर रांझा की एक अधूरी प्रेम कहानी - 7 By Akash Gupta

"हीर ने जैसे ही रांझे के बारे में पिता चूचक से बात की। वह हीर को रांझा से अलग ले जाकर मुस्कुराते हुए बोले- ‘बेटी, कौन है यह बंदा और कब आया है? यह तो बदन से इतना कोमल दिख रहा है कि...

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शहीद सुखदेव By दिनू

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लूसिफ़र By Anita Singh

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अजबदे पंवार- महाराणा प्रताप की पत्नी By धरमा

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मोतीचूर के लड्डू चकनाचूर By S Sinha

                                       कहानी -    मोतीचूर के लड्डू चकनाचूर    “ अरे , सुनो  . छाता तो लेते जाओ  . “   दीपक की  पत्नी ने कहा   “ आज तो मौसम साफ है ,बेकार का  छाता ढो...

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अज्ञात व्यक्ति.... By Saroj Verma

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फेसबुकिया बहू By राज कुमार कांदु

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बिटिया पर हुई सघन चर्चा By अशोक असफल

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रानी सावलदे ओर राजा कारक की कथा By धरमा

पुंडीर राजवंश- रानी सावलदे ओर राजा कारक की कथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे राजा कारक ओर रानी सावलदेह का किस्सा लोक गीत ओर रागनियो मे बहुत गाया जाता है ।लेकिन बहुत कम ही लोग जानते है की...

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पिघलती बर्फ By राज कुमार कांदु

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बिटिया By अशोक असफल

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घर की मुर्गी दाल बराबर By Saroj Prajapati

बादल घिर आए थे और किसी भी समय तेज बारिश हो सकती थी।।आस्था ने जल्दी से अपना पर्स उठाया और बाहर निकलने लगी। तभी उसकी साथी टीचर्स बोलींआस्था थोड़ी देर रुक जाओ। देखो तो बारिश होने वाली...

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इंसान By राज कुमार कांदु

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चोरनी By Anita Singh

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घास और बास ये कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो एक Business man था लेकिन उसका business डूब गया और वो पूरी तरह hopeless हो गया। अपनी life से बुरी तरह थक चुका था। अपनी life से frustrate...

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एक अधूरी प्रेम कहानी - 5 By Akash Gupta

Hii guys am Akash gupta हमेशा की तरह फिर से एक अधूरी प्रेम कहानी लेकर आया हूं आसा करता हु की पसंद आएगीएक लड़का कई सालों से लाईलाज कैंसर से झूझ रहा था। बीमारी के कारण वह अपना अधिकांश...

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अंतिम पौधा By राज कुमार कांदु

चौबीस वर्षीया रजनी की अजीबोगरीब हरकतों से उसकी माँ कमला सकते में थी। बहुत सारे अच्छे रिश्तों को वह ठुकरा चुकी थी। उसे मर्दों और शादी के नाम से भी चिढ थी। एक दिन उसने अपनी माँ कमला...

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इत्र वाली किशोरी By Krishna Kaveri K.K.

इत्र वाली किशोरीचार्वी कबीलाई युवती थी , उम्र लगभग पंद्रह या सोलह वर्ष रही होगी। रंग , रूप से ज्यादा आकर्षक नहीं थी.. लेकिन उसकी आंखों में देखकर , उसके मन में क्या चल रहा है , सरलत...

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वरदान By Devendra Kumar Jaiswal

अभी कुछ दिन पहले मैंने अपने धर्मग्रंथों का हवाला देते हुए बताया था कि पुरातन काल में राक्षसों के पास ऐसे ऐसे वरदान होते थे जो एक नजर में उन्हें अमर बनाते थे..लेकिन, देवताओं ने... उ...

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मोर। By रामानुज दरिया

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गेहूं की तोंद By Devendra Kumar Jaiswal

‼️गेहूं की तोंद‼️गेंहू मूलतः भारत की फसल नहीं है अमेरिका के एक हृदय रोग विशेषज्ञ हैं डॉ विलियम डेविस...उन्होंने एक पुस्तक लिखी थी 2011 में जिसका नाम था "Wheat belly गेंहू की तोंद"....

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एक अक्षर का खेल By S Sinha

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सुलोचना। By डॉ. शैलजा श्रीवास्तव

अरे राजेश आज बहुत खुश लग रहे हो, राजेश को जल्दी-जल्दी स्कूल का काम ख़त्म करते देख उनके परम मित्र औऱ स्कूल में उनके साथी गोविन्द शर्मा जी बोले. हाँ यार गोविंद आज खुशी अन्दर से बाहर न...

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राष्ट्रीय पुरस्कार By Rohit Kumar Singh

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हनुमान जी का कर्ज़ा By Devendra Kumar Jaiswal

*️ ... हनुमान जी का कर्ज़ा ... ️राम जी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो कुछ दिन पश्चात राम जी ने विभीषण, जामवंत, सुग्रीव और अंगद आदि को अयोध्या से विदा कर दिया। तो सब ने सोचा हनुमान...

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बेटी पढाओ...दहेज मिटाओ By Devendra Kumar Jaiswal

मदन जी का लड़का है अशोक, एमएससी पास। नौकरी के लिए मदन जी निश्चिन्त थे, कहीं न कहीं तो जुगाड़ लग ही जायेगी। अब लड़के का बियाह कर देना चाहिए। सुरेश जी की लड़की है ममता, वह भी एमए पहले दर...

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बाबु-राही By JUGAL KISHORE SHARMA

बाबु-राहीमंजिल की तलाशसन् 1970 की बात, माइग्रेशन आम बात थी,पॉच-दस जमात पढा-क नहीं पढा, जानाही पड़ता परदेश रोजगार की तलाश में ।मिटटी-आबो-हवा की तजवीज का फला है,या जीवन ओ जिने कसावट क...

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स्कर्ट By Reshu Sachan

दिसम्बर का महीना उसपर से दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड और  सुबह के छः बजे अचानक फ़ोन की घंटी बजे तो मिहित ही क्या किसी का भी मूड ख़राब हो जायेगा। आँखें खोले बिना, हाथ बढाकर फ़ोन उठाने से...

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सेवा का फल मीठा होता है By Devendra Kumar Jaiswal

कल बाज़ार में फल खरीदने गया,तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था,उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था…“घर मे कोई नहीं है, मेरी बूढ़ी माँ बीमार है,मुझे थोड़ी थोड़...

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अनसुलझा प्रश्न (भाग 21) By Kishanlal Sharma

65--त्रासदीमैं अपने लेखक मित्र से फोन पर बात कर रहा था।बातो ही बातो में वह बोले,"जिस पत्रिक में मेरी रचना छपती है,उसे फाड़कर फ़ाइल में लगा लेता हूं।और पत्रिका को रद्दी में बेच देता ह...

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हमसफ़र : हमदर्द By Reshu Sachan

वो रात कुछ यूँही सोते जागते गुजरी थी, आकर्ष और महक की। आकर्ष को दोपहर की फ़्लाइट से दिल्ली जाना था , जहां वह एक मल्टीनैशनल कम्पनी में नौकरी करता था । महक , उसकी पत्नी बनारस में एक...

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द हूडि बॉय By Krishna Kaveri K.K.

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नियति By Asha Parashar

अचानक पंडाल का शोर थम गया और धीमी-धीमी खुसुर-पुसुर होने लगी, ”बड़ी मां आ गई, बड़ी मां आ गई।“ श्रोताओं से काफी ऊँचाई पर सुसज्जित मंच पर सफेद धोती गर्दन से पांव तक लपेटे, क...

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परिवर्तन ही संसार का नियम है By Jas lodariya

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कुल देवी By Rj love j

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बुढियॉं और मॉं By JUGAL KISHORE SHARMA

मां के स्वरूप की व्याख्या अनंत काल से चिरस्थाई जीवन्त के अनन्त सोपान है, है ही कमाल भी, सत्य, शाश्वत, चिरन्तर प्रखर वैचारिकी पर सोच पर बेलगाम विस्तार से परे रह कर भी! हर, समय, देश-...

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गुलाबी नोट By राज कुमार कांदु

रामू एक किसान था। इस साल पड़े सूखे ने उसके खेतों के साथ ही उसे भी सूखा दिया था, लेकिन वह हिम्मती और मेहनती था। आत्महत्या जैसा कायराना विचार भी उसके मन में नहीं आया और अपनी पत्नी और...

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गुरु जी आशीर्वाद बनाये रखना. By Piyush Goel

बात कुछ साल पुरानी हैं रमेश के पिताजी का ट्रांसफ़र सहारनपुर से मथुरा के एक गाँव चौमुहां में हो गया था. रमेश उस समय कक्षा ६ का विधार्थी था जब रमेश ८ वी कक्षा में आ गया तो रमेश के पि...

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ऑनलाइन दोस्ती, प्यार और फिर ब्रेक अप By Anurag Basu

आज करते है.. कुछ प्यार ऑनलाइन प्यार ,दोस्ती और ब्रेक अप की , बाते....जो की आजकल बहोत ही...आम बात हो गई है।.. आजकल बहोत ही आसानी से लोगो को लव हो जाता है.या यू कहे कि, अट्रैक्शन हो...

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आज का रावण By राज कुमार कांदु

'जय श्री राम ' का घोष अवकाश में गूँज उठा और खुशी और कौतूहल से भरा रावण धरती के उस हिस्से पर आ धमका जहाँ से यह घोषणा अभी भी गाहे बगाहे गूँज रही थी। इस वक्त रावण सूक्ष्म रूप...

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