लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • बेहतर.. बेहतरीन....

    मुसकुराते रहना बेहतर है लेकिन किसी कि मुस्कुराहट की वजह बनना बेहतरीन है......माफ...

  • एक अनोखा फैसला

    न्यायधीश का अनोखा दंड - अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करत...

  • नालायक

    नालायकबेटा, हमारा एक्सीडेंट हो गया है, मुझे तो ज्यादा चोट नहीं आई लेकिन तेरी माँ...

बेहतर.. बेहतरीन.... By Lotus

मुसकुराते रहना बेहतर है लेकिन किसी कि मुस्कुराहट की वजह बनना बेहतरीन है......माफी मागना बेहतर हैलेकिन माफ कर देना बेहतरीन है दान प्रदान करना बेहतर है लेकिन दान प्रकट न करना बेहतरीन...

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एक अनोखा फैसला By सीमा

न्यायधीश का अनोखा दंड - अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया। &...

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कशिश - पार्ट 4 By Ashish Bagerwal

अरे ये तो वहीं पागल लड़की है जो गांव मैं बेगानी होकर फिरती हैं, गांव वाले एक स्वर में कहते हैं।युवराज - जी हां आपने सही कहा, यह वही हैं, परंतु मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं कि यह...

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कोयल By Abha Dave

कोयल-------------हर्ष -हर्षिता अपनी दादी के साथ एक बगीचे में बैठ कर बातें कर रहे थे। तभी उन्हें कोयल का मधुर स्वर सुनाई दिया वे चहक उठे। हर्ष ने कहा, "दादी कोयल कितना मीठा गाती है।...

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नालायक By सीमा

नालायकबेटा, हमारा एक्सीडेंट हो गया है, मुझे तो ज्यादा चोट नहीं आई लेकिन तेरी माँ की हालत गंभीर है, कुछ पैसों की जरुरत है और तेरी माँ को खून भी देना है... पैसठ साल के सोहन जी ने अपन...

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कौन हो तुम - 2 By rubA

   भाग -2 (  जोरों की बारिश शुरू हो गई थी।बारिश इतनी तेज थी कि उसने आशी और राधिका को वही रूकने को मजबूर कर दिया ।।।) अब आगे  ......... राधिका ने आशी को एक शेड के निचे खड़ा किया ,और...

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फेर बदल By Deepak sharma

बत्तीस साल पुरानी उस बीती से पहले माँ और पपा की आपसी जोड़-तोड़ से मैं अपने को अलग रखा करती थी. जिस तनातनी को वे आपस में बाँटते उस पर अपना साझा कभी न लगाती..... आपस में वे बोलचाल बन्द...

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शिक्षक By DINESH KUMAR KEER

*शिक्षक की महिमा*   *मत पूछिए कि शिक्षक कौन है?* *आपके प्रश्न का सटीक उत्तर* *आपका मौन है।* *शिक्षक न पद है, न पेशा है,* *न व्यवसाय है ।* *ना ही गृहस्थी चलाने वाली* *कोई आय है...

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कामवाली बाई By सीमा

कामवाली बाई   पत्नी ने कहा - आज धोने के लिए ज्यादा कपड़े मत निकालना...   पति - क्यों ?   उसने कहा - अपनी काम वाली बाई दो दिन नहीं आएगी…   पति - क्यों ? &...

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क्रांतिकारी - पण्डित रामनारायण आजाद By DINESH KUMAR KEER

रामनारायण आजाद जी के पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन उत्तर प्रदेश के फर्रुख़ाबाद स्थित मोहल्ले, साहब गंज चौराहे पर पं.ज्वाला प्रसाद दुबे और बादामों देवी के यहां 2 सितंबर 1897 को पं र...

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बड़ी बहन By सीमा

बड़ी बहन पिताजी जोऱ से चिल्लाते हैं ।प्रिंस दौड़कर आता है, औरपूछता है...क्या बात है पिताजी? पिताजी- तूझे पता नहीं है, आज तेरी बहन रश्मि आ रही है? वह इस बार हम सभी के साथ अपना जन्मद...

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हवाई सफ़र.. By Diya Jethwani

हवाई सफर.... जब भी कोई पहली बार हवाई सफर करता हैं तो उसके लिए यह कभी ना भूलने वाला पल बन जाता हैं..। मेरा पहला हवाई सफर कुछ ज्यादा ही अविस्मरणीय था..। मैं अपने पहले हवाई सफर को लेक...

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क्रोध एक बुरी आदत By Suraj Rajak

har ek manushya ke andar kuchh na kuchh buri adat rahta jo uske jivan gadbadi machai hoi rahti unhi mese ek bat bat par gussa karne ki adat meri yah chhoti se kahani ke madhyam se...

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बच्चें मन के सच्चे By DINESH KUMAR KEER

बच्चें मन के सच्चे... बचपन में याद है …..अब इस तरह का आशीर्वाद कम ही मिलता है…..जब कोई रिश्तेदार व परिवार वाले हमारे घर आते थेतब फल व खिलौने लेकर आते थेऔर जब उनके वाप...

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यादों के पिटारे से By सीमा

हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी , पहला चरण कैंची और दूसरा चरण डंडा, तीसरा चरण गद्दी...तब साइकिल चलाना इतना आसान नहीं था क्योंकि तब घर में साइकिल बस पापा या चाचा च...

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अमीर-गरीब By DINESH KUMAR KEER

"दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा - 'क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ? बिल गेट्स ने जवाब दिया - हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है। कौन -!...

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बाप बेटी का अनमोल प्यार By Kiran Jadhav

पांच साल की बेटी बाज़ार में गोल गप्पे खाने के लिए मचल गई। “किस भाव से दिए भाई गोलगप्पे?” पापा नें सवाल् किया। “10 रूपये के 8 दिए हैं। गोल गप्पे वाले ने जवाब दिया…… पापा को मालूम न...

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झूठ By Gajendra Kudmate

आज गाँव में कुछ ज्यादा हि हलचल दिख रही है, मानो कोई मेला लगा है, सभी लोग मुखियाजी कि हवेली कि तरफ जा रहे है. कुछ लोग आपस में खुसपूस कर रहे है कि मुखियाजी नहीं रहे. कल वह दूसरे गाँव...

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ईमानदारी से सिर्फ़ १०० के आगे तीन जीरो ही लगा पाया …. By Piyush Goel

मैं इंटर करने के बाद आगे पढ़ाई के लिए सोच रहा था, मेरा मन इंजीनियरिंग करने का था, १२ वीं में विषय भी मेरे पास इंजीनियरिंग वाले ही थे. जबकि मेरे पिता जी डाक्टर थे, मैं हमेशा कई विकल...

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सफ़र By सीमा

एक बुज़ुर्ग शिक्षिका भीषण गर्मियों के दिन में एक बस में सवार हुई, पैरों के दर्द से बेहाल, लेकिन बस में खाली सीट न देख कर जैसे – तैसे खड़ी हो गई।   कुछ दूरी ही तय की थी ब...

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BLACK LIST... By Lotus

मेने तुमको जाना पर तुम मुझे जान नही पाए..मे करता रहा हर शक दूर पर तुम्हारे शक दूर हो न पाए...Black list......Black list ky hai..और क्यो है ..... एक ऐसा ख्वाब जो पुरा ना हो सारे अरम...

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अनकही बातें By Tunisha Sahu

ये कहानी हैं 10 साल की रिया की। रिया बहुत ही शांत लड़की थी लेकिन जब उसका सब्र का बाण छूटता हैं तो उसका गुस्सा सातवें आसमान में चला जाता है।रिया ज्यादा घर से बाहर नहीं निकलती थीं और...

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जीवन के रंग By DINESH KUMAR KEER

एक वृद्ध ट्रेन में सफर कर रहा था, संयोग से वह कोच खाली था। तभी 8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे।   एक ने कहा - "चलो, जंजीर खीचते है". दूसरे ने कहा - "यहां लिख...

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विनायक दामोदर सावरकर By सीमा

दो बार आजीवन कारावास की सजा पाने वाले स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर... विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ कवि और लेखक भी थे । सावरकर दुनिया के शायद अकेले स्वतंत्रता...

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यादें बचपन की By DINESH KUMAR KEER

बच्चें मन के सच्चे... बचपन में याद है …..अब इस तरह का आशीर्वाद कम ही मिलता है…..जब कोई रिश्तेदार व परिवार वाले हमारे घर आते थेतब फल व खिलौने लेकर आते थेऔर जब उनके वाप...

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पश्चाताप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पश्चाताप -उत्तर प्रदेश वन सेवा के सर्वोच्च अधिकारी थे भूपेश कुमार उत्तर प्रदेश वन सेना में आने से पूर्व भूपेश कुमार भारतीय सेना में उच्च अधिकारी थे भारतीय सेना में उनकी बहादुरी के...

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भाभी के चरण (व्यंग) By Ashwajit Patil

मैं एक टुच्चे से थाने का इंचार्ज तथा पुलिस निरीक्षक था. मेरे सामने बैठा आदमी एक बड़ा उद्योगपति तथा स्विमिंग एकेडमी का अध्यक्ष था. उसका मोटा (बड़ा) भाई शहर का जाना माना नेता और मंत्...

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सच्चे दोस्त By DINESH KUMAR KEER

सच्चे दोस्त...   उन तीनों को होटल में बैठा देख, रमेश हड़बड़ाहट सा गया...   लगभग 22 सालों बाद वे फिर उसके सामने दिखे थे...   शायद अब वो बहुत बड़े और संपन्न आदमी हो गये...

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मिठाई मिथक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मिठाई का मिथक --- पण्डित ऊगन बहुत प्रतिष्टित पिता के पुत्र थे वह स्वंय भी पांडित्य पद्धति कर्म एव संस्कारो के विद्वान थे ।उनकी चार बेटियाँ एव दो बेटे थे बड़ा बेटा तीन बेटियों के बाद...

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शिक्षक की महिमा By DINESH KUMAR KEER

*शिक्षक की महिमा**मत पूछिए कि शिक्षक कौन है?**आपके प्रश्न का सटीक उत्तर**आपका मौन है।**शिक्षक न पद है, न पेशा है,**न व्यवसाय है ।**ना ही गृहस्थी चलाने वाली**कोई आय हैं।।**शिक्षक सभ...

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चिरयुवा बूटी - 6 - अंतिम भाग By Brijmohan sharma

(6)  जतिवाद ड्रामाआम लोगो में जन जाग्रति फ़ैलाने के लिए मोहन ने कुछ युवाओ की टीम बनाई व देश के अनेक गावों व शहरों में नाटक प्रस्तुत करने के आयोजन करने का बीड़ा उठाया | नाटक प्रस...

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बुजुर्गों का सहारा By सीमा

माँ आप यहां पर ऐसे क्यों बैठी है, चाय बना लाऊं आपके लिए। नही कुछ नही सीमा..., बस ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी, सासु - माँ जी बोली... माँ, स्वास्थ्य तो सही है ना आपका, दिखाइए... शरीर क...

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सुनहरे भविष्य की ओर… अतीत से होकर By Ruchi Modi Kakkad

The story is all about the hardship of daughter with the help of her mother towards her golden future...

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अंधा इश्क By नंदलाल मणि त्रिपाठी

अंधा इश्क ---- पण्डित धरणीधर संभ्रांत ब्राह्मण जवार में बहुत इज़्ज़त थी उनकी उनके पास ईश्वर कि कृपा से क्या नही था ।एक भाई कालेज में प्रधानाचार्य खेती बारी कि कोई कमी नही पण्डित जी क...

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बाल गोपाल By सीमा

. "बाल गोपाल की कथा" लाला ने देखा कि बहुत देर से मैया दही बिलो रही है तो उठकर आये, रात्रि को सोते समय मैया कृष्ण की आँखों में काजल लगाती है तो सबेरे उठते ही कन्हैया दोनों हाथ से आँ...

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आइसक्रीम वाला By Urooj Khan

शीर्षक = आइसक्रीम वालादोपहर के 2.30 बजते ही, एक आइसक्रीम वाले की रेडी पर बच्चों की भीड़ इकट्टी हो गयी, कोई उस आइसक्रीम वाले भैया से कच्चा आम मांग रहा था तो कोई संतरे वाली आइसक्र...

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नीयत का फल By सीमा

नीयत का फल .कुछ धनी किसानों ने मिलकर खेती के लिए एक कुँआ बनवाया. पानी निकालने के लिए सबकी अपनी-अपनी बारी बंधी थी..कुंआ एक निर्धन किसान के खेतों के पास था लेकिन चूंकि उसने कुंआ बनान...

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प्यार में बंधन नही By नंदलाल मणि त्रिपाठी

प्यार में बंधन नही - करीम अंसारी बी एस सी प्रथम वर्ष के विद्यर्थि था हाई स्कूल एव इंटरमीडिएट में करीम ने अपने मेहनत परिश्रम से जवार में अब्बू अम्मी एव कुनबे का नाम रौशन किया था ।बी...

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ईमानदारी व स्वाभिमान By सीमा

एक बार बाजार में चहलकदमी करते एक व्यापारी को व्यापार के लिए एक अच्छी नस्ल का ऊँट नज़र आया। . व्यापारी और ऊँट बेचने वाले ने वार्ता कर, एक कठिन सौदेबाजी की।   ऊँट विक्रेता ने अपन...

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Ek Masoom Ladki By Reshu Sachan

शाम के लगभग छः बज रहे थे। पतिदेव के ऑफिस से घर आने का वक्त हो रहा था । बस रोज़ दिनचर्या का हिस्सा सा होता है उस वक्त उनको फ़ोन करके पूँछने का , कि निकले या नहीं , कब तक घर पहुँच रह...

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बैल और किसान By सीमा

बैल और किसान...   हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल - मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि ब...

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माँ - बाप की सेवा By सीमा

मानवता का अप्रतिम उदाहरण... कल बाज़ार में फल खरीदने गया, तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था, उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था..."घर मे कोई नहीं है, मेरी...

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जेनरेशन गैप By S Sinha

                                                       कहानी - जेनरेशन गैप       “ नेहा  बेटी , मेरा कहना मान लो , तेरे पापा कभी भी इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं होंगे  . यह बात तुम...

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व्यथा गुलामी की By LM Sharma

बात 1920 और 1930 के दशक की है। यह वह समय था जब भारत गुलामी की चरम सीमा पर था। गरीबी भी अपने चरम सीमा पर थी। अधिकांश किसान लगान देने की स्थिति में नहीं थे।परंतु अंग्रेजी शासक वर्ग क...

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ईमानदारी By सीमा

सच्चाई व ईमानदारी   एक मिस्त्री किसी गांव में काम करने गया, लेकिन वह अपने औजारों में हथौड़ा साथ ले जाना भूल गया । उसने गांव के लोहार के पास जाकर कहा, 'मेरे लिए एक अच्छा सा...

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बेहतर.. बेहतरीन.... By Lotus

मुसकुराते रहना बेहतर है लेकिन किसी कि मुस्कुराहट की वजह बनना बेहतरीन है......माफी मागना बेहतर हैलेकिन माफ कर देना बेहतरीन है दान प्रदान करना बेहतर है लेकिन दान प्रकट न करना बेहतरीन...

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एक अनोखा फैसला By सीमा

न्यायधीश का अनोखा दंड - अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया। &...

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कशिश - पार्ट 4 By Ashish Bagerwal

अरे ये तो वहीं पागल लड़की है जो गांव मैं बेगानी होकर फिरती हैं, गांव वाले एक स्वर में कहते हैं।युवराज - जी हां आपने सही कहा, यह वही हैं, परंतु मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं कि यह...

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कोयल By Abha Dave

कोयल-------------हर्ष -हर्षिता अपनी दादी के साथ एक बगीचे में बैठ कर बातें कर रहे थे। तभी उन्हें कोयल का मधुर स्वर सुनाई दिया वे चहक उठे। हर्ष ने कहा, "दादी कोयल कितना मीठा गाती है।...

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नालायक By सीमा

नालायकबेटा, हमारा एक्सीडेंट हो गया है, मुझे तो ज्यादा चोट नहीं आई लेकिन तेरी माँ की हालत गंभीर है, कुछ पैसों की जरुरत है और तेरी माँ को खून भी देना है... पैसठ साल के सोहन जी ने अपन...

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कौन हो तुम - 2 By rubA

   भाग -2 (  जोरों की बारिश शुरू हो गई थी।बारिश इतनी तेज थी कि उसने आशी और राधिका को वही रूकने को मजबूर कर दिया ।।।) अब आगे  ......... राधिका ने आशी को एक शेड के निचे खड़ा किया ,और...

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फेर बदल By Deepak sharma

बत्तीस साल पुरानी उस बीती से पहले माँ और पपा की आपसी जोड़-तोड़ से मैं अपने को अलग रखा करती थी. जिस तनातनी को वे आपस में बाँटते उस पर अपना साझा कभी न लगाती..... आपस में वे बोलचाल बन्द...

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शिक्षक By DINESH KUMAR KEER

*शिक्षक की महिमा*   *मत पूछिए कि शिक्षक कौन है?* *आपके प्रश्न का सटीक उत्तर* *आपका मौन है।* *शिक्षक न पद है, न पेशा है,* *न व्यवसाय है ।* *ना ही गृहस्थी चलाने वाली* *कोई आय है...

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कामवाली बाई By सीमा

कामवाली बाई   पत्नी ने कहा - आज धोने के लिए ज्यादा कपड़े मत निकालना...   पति - क्यों ?   उसने कहा - अपनी काम वाली बाई दो दिन नहीं आएगी…   पति - क्यों ? &...

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क्रांतिकारी - पण्डित रामनारायण आजाद By DINESH KUMAR KEER

रामनारायण आजाद जी के पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन उत्तर प्रदेश के फर्रुख़ाबाद स्थित मोहल्ले, साहब गंज चौराहे पर पं.ज्वाला प्रसाद दुबे और बादामों देवी के यहां 2 सितंबर 1897 को पं र...

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बड़ी बहन By सीमा

बड़ी बहन पिताजी जोऱ से चिल्लाते हैं ।प्रिंस दौड़कर आता है, औरपूछता है...क्या बात है पिताजी? पिताजी- तूझे पता नहीं है, आज तेरी बहन रश्मि आ रही है? वह इस बार हम सभी के साथ अपना जन्मद...

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हवाई सफ़र.. By Diya Jethwani

हवाई सफर.... जब भी कोई पहली बार हवाई सफर करता हैं तो उसके लिए यह कभी ना भूलने वाला पल बन जाता हैं..। मेरा पहला हवाई सफर कुछ ज्यादा ही अविस्मरणीय था..। मैं अपने पहले हवाई सफर को लेक...

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क्रोध एक बुरी आदत By Suraj Rajak

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बच्चें मन के सच्चे By DINESH KUMAR KEER

बच्चें मन के सच्चे... बचपन में याद है …..अब इस तरह का आशीर्वाद कम ही मिलता है…..जब कोई रिश्तेदार व परिवार वाले हमारे घर आते थेतब फल व खिलौने लेकर आते थेऔर जब उनके वाप...

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यादों के पिटारे से By सीमा

हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी , पहला चरण कैंची और दूसरा चरण डंडा, तीसरा चरण गद्दी...तब साइकिल चलाना इतना आसान नहीं था क्योंकि तब घर में साइकिल बस पापा या चाचा च...

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अमीर-गरीब By DINESH KUMAR KEER

"दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा - 'क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ? बिल गेट्स ने जवाब दिया - हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है। कौन -!...

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बाप बेटी का अनमोल प्यार By Kiran Jadhav

पांच साल की बेटी बाज़ार में गोल गप्पे खाने के लिए मचल गई। “किस भाव से दिए भाई गोलगप्पे?” पापा नें सवाल् किया। “10 रूपये के 8 दिए हैं। गोल गप्पे वाले ने जवाब दिया…… पापा को मालूम न...

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झूठ By Gajendra Kudmate

आज गाँव में कुछ ज्यादा हि हलचल दिख रही है, मानो कोई मेला लगा है, सभी लोग मुखियाजी कि हवेली कि तरफ जा रहे है. कुछ लोग आपस में खुसपूस कर रहे है कि मुखियाजी नहीं रहे. कल वह दूसरे गाँव...

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ईमानदारी से सिर्फ़ १०० के आगे तीन जीरो ही लगा पाया …. By Piyush Goel

मैं इंटर करने के बाद आगे पढ़ाई के लिए सोच रहा था, मेरा मन इंजीनियरिंग करने का था, १२ वीं में विषय भी मेरे पास इंजीनियरिंग वाले ही थे. जबकि मेरे पिता जी डाक्टर थे, मैं हमेशा कई विकल...

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सफ़र By सीमा

एक बुज़ुर्ग शिक्षिका भीषण गर्मियों के दिन में एक बस में सवार हुई, पैरों के दर्द से बेहाल, लेकिन बस में खाली सीट न देख कर जैसे – तैसे खड़ी हो गई।   कुछ दूरी ही तय की थी ब...

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BLACK LIST... By Lotus

मेने तुमको जाना पर तुम मुझे जान नही पाए..मे करता रहा हर शक दूर पर तुम्हारे शक दूर हो न पाए...Black list......Black list ky hai..और क्यो है ..... एक ऐसा ख्वाब जो पुरा ना हो सारे अरम...

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अनकही बातें By Tunisha Sahu

ये कहानी हैं 10 साल की रिया की। रिया बहुत ही शांत लड़की थी लेकिन जब उसका सब्र का बाण छूटता हैं तो उसका गुस्सा सातवें आसमान में चला जाता है।रिया ज्यादा घर से बाहर नहीं निकलती थीं और...

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जीवन के रंग By DINESH KUMAR KEER

एक वृद्ध ट्रेन में सफर कर रहा था, संयोग से वह कोच खाली था। तभी 8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे।   एक ने कहा - "चलो, जंजीर खीचते है". दूसरे ने कहा - "यहां लिख...

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विनायक दामोदर सावरकर By सीमा

दो बार आजीवन कारावास की सजा पाने वाले स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर... विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ कवि और लेखक भी थे । सावरकर दुनिया के शायद अकेले स्वतंत्रता...

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यादें बचपन की By DINESH KUMAR KEER

बच्चें मन के सच्चे... बचपन में याद है …..अब इस तरह का आशीर्वाद कम ही मिलता है…..जब कोई रिश्तेदार व परिवार वाले हमारे घर आते थेतब फल व खिलौने लेकर आते थेऔर जब उनके वाप...

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पश्चाताप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पश्चाताप -उत्तर प्रदेश वन सेवा के सर्वोच्च अधिकारी थे भूपेश कुमार उत्तर प्रदेश वन सेना में आने से पूर्व भूपेश कुमार भारतीय सेना में उच्च अधिकारी थे भारतीय सेना में उनकी बहादुरी के...

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भाभी के चरण (व्यंग) By Ashwajit Patil

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सच्चे दोस्त By DINESH KUMAR KEER

सच्चे दोस्त...   उन तीनों को होटल में बैठा देख, रमेश हड़बड़ाहट सा गया...   लगभग 22 सालों बाद वे फिर उसके सामने दिखे थे...   शायद अब वो बहुत बड़े और संपन्न आदमी हो गये...

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मिठाई मिथक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मिठाई का मिथक --- पण्डित ऊगन बहुत प्रतिष्टित पिता के पुत्र थे वह स्वंय भी पांडित्य पद्धति कर्म एव संस्कारो के विद्वान थे ।उनकी चार बेटियाँ एव दो बेटे थे बड़ा बेटा तीन बेटियों के बाद...

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शिक्षक की महिमा By DINESH KUMAR KEER

*शिक्षक की महिमा**मत पूछिए कि शिक्षक कौन है?**आपके प्रश्न का सटीक उत्तर**आपका मौन है।**शिक्षक न पद है, न पेशा है,**न व्यवसाय है ।**ना ही गृहस्थी चलाने वाली**कोई आय हैं।।**शिक्षक सभ...

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चिरयुवा बूटी - 6 - अंतिम भाग By Brijmohan sharma

(6)  जतिवाद ड्रामाआम लोगो में जन जाग्रति फ़ैलाने के लिए मोहन ने कुछ युवाओ की टीम बनाई व देश के अनेक गावों व शहरों में नाटक प्रस्तुत करने के आयोजन करने का बीड़ा उठाया | नाटक प्रस...

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बुजुर्गों का सहारा By सीमा

माँ आप यहां पर ऐसे क्यों बैठी है, चाय बना लाऊं आपके लिए। नही कुछ नही सीमा..., बस ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी, सासु - माँ जी बोली... माँ, स्वास्थ्य तो सही है ना आपका, दिखाइए... शरीर क...

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सुनहरे भविष्य की ओर… अतीत से होकर By Ruchi Modi Kakkad

The story is all about the hardship of daughter with the help of her mother towards her golden future...

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अंधा इश्क By नंदलाल मणि त्रिपाठी

अंधा इश्क ---- पण्डित धरणीधर संभ्रांत ब्राह्मण जवार में बहुत इज़्ज़त थी उनकी उनके पास ईश्वर कि कृपा से क्या नही था ।एक भाई कालेज में प्रधानाचार्य खेती बारी कि कोई कमी नही पण्डित जी क...

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बाल गोपाल By सीमा

. "बाल गोपाल की कथा" लाला ने देखा कि बहुत देर से मैया दही बिलो रही है तो उठकर आये, रात्रि को सोते समय मैया कृष्ण की आँखों में काजल लगाती है तो सबेरे उठते ही कन्हैया दोनों हाथ से आँ...

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आइसक्रीम वाला By Urooj Khan

शीर्षक = आइसक्रीम वालादोपहर के 2.30 बजते ही, एक आइसक्रीम वाले की रेडी पर बच्चों की भीड़ इकट्टी हो गयी, कोई उस आइसक्रीम वाले भैया से कच्चा आम मांग रहा था तो कोई संतरे वाली आइसक्र...

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नीयत का फल By सीमा

नीयत का फल .कुछ धनी किसानों ने मिलकर खेती के लिए एक कुँआ बनवाया. पानी निकालने के लिए सबकी अपनी-अपनी बारी बंधी थी..कुंआ एक निर्धन किसान के खेतों के पास था लेकिन चूंकि उसने कुंआ बनान...

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प्यार में बंधन नही By नंदलाल मणि त्रिपाठी

प्यार में बंधन नही - करीम अंसारी बी एस सी प्रथम वर्ष के विद्यर्थि था हाई स्कूल एव इंटरमीडिएट में करीम ने अपने मेहनत परिश्रम से जवार में अब्बू अम्मी एव कुनबे का नाम रौशन किया था ।बी...

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ईमानदारी व स्वाभिमान By सीमा

एक बार बाजार में चहलकदमी करते एक व्यापारी को व्यापार के लिए एक अच्छी नस्ल का ऊँट नज़र आया। . व्यापारी और ऊँट बेचने वाले ने वार्ता कर, एक कठिन सौदेबाजी की।   ऊँट विक्रेता ने अपन...

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Ek Masoom Ladki By Reshu Sachan

शाम के लगभग छः बज रहे थे। पतिदेव के ऑफिस से घर आने का वक्त हो रहा था । बस रोज़ दिनचर्या का हिस्सा सा होता है उस वक्त उनको फ़ोन करके पूँछने का , कि निकले या नहीं , कब तक घर पहुँच रह...

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बैल और किसान By सीमा

बैल और किसान...   हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल - मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि ब...

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माँ - बाप की सेवा By सीमा

मानवता का अप्रतिम उदाहरण... कल बाज़ार में फल खरीदने गया, तो देखा कि एक फल की रेहड़ी की छत से एक छोटा सा बोर्ड लटक रहा था, उस पर मोटे अक्षरों से लिखा हुआ था..."घर मे कोई नहीं है, मेरी...

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जेनरेशन गैप By S Sinha

                                                       कहानी - जेनरेशन गैप       “ नेहा  बेटी , मेरा कहना मान लो , तेरे पापा कभी भी इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं होंगे  . यह बात तुम...

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व्यथा गुलामी की By LM Sharma

बात 1920 और 1930 के दशक की है। यह वह समय था जब भारत गुलामी की चरम सीमा पर था। गरीबी भी अपने चरम सीमा पर थी। अधिकांश किसान लगान देने की स्थिति में नहीं थे।परंतु अंग्रेजी शासक वर्ग क...

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ईमानदारी By सीमा

सच्चाई व ईमानदारी   एक मिस्त्री किसी गांव में काम करने गया, लेकिन वह अपने औजारों में हथौड़ा साथ ले जाना भूल गया । उसने गांव के लोहार के पास जाकर कहा, 'मेरे लिए एक अच्छा सा...

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