सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • तीसरे लोग - 12

    12. आज फिर खाना खाते ही किसना को जोरों की मतली आई | वह बाथरूम की ओर भागा और जो भ...

  • मिशन सिफर - 19

    19. राशिद आज बहुत रोमांचित था। उसने सोचा भी नहीं था कि वह इतनी जल्दी मुख्य कंप्य...

  • ज्‍वार-भाटा

    कहानी-- ज्‍वार-भाटा...

तीसरे लोग - 12 By Geetanjali Chatterjee

12. आज फिर खाना खाते ही किसना को जोरों की मतली आई | वह बाथरूम की ओर भागा और जो भी थोड़ा बहुत खाया था, सब वमन कर दिया | पिछले कुछ दिनों से यही सिलसिला चल रहा था | भूख तो बिलकुल मर गई...

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बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख्वाब - 16 By Pradeep Shrivastava

भाग - १६ काशी जाने की तैयारी में मुन्ना जो-जो बताते जा रहे थे, मैं वो-वो करती जा रही थी। मेरे सामानों की ऑनलाइन सेल भी बढ़ती जा रही थी। एक दिन मैं अपने कमरे में काम कर रही थी। साथ ह...

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मिशन सिफर - 19 By Ramakant Sharma

19. राशिद आज बहुत रोमांचित था। उसने सोचा भी नहीं था कि वह इतनी जल्दी मुख्य कंप्यूटर तक पहुंच जाएगा। जिस टीम के साथ वह काम कर रहा था, उसके इंचार्ज ने टीम के सभी सदस्यों की एक सीक्रे...

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अपने-अपने कारागृह - 15 By Sudha Adesh

अपने-अपने कारागृह-15 16 मार्च को सुबह 10:00 बजे पदम और डेनियल आ गए । शाम 6:00 बजे रिया और पल्लव अपनी पुत्री परी के साथ आने वाले थे । अजय के पार्क में घुमाने तथा पास के शॉपिंग सेंट...

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ज्‍वार-भाटा By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- ज्‍वार-भाटा आर.एन. सुनगर...

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सुलझे...अनसुलझे - 25 - अंतिम भाग By Pragati Gupta

सुलझे...अनसुलझे बाल दुर्व्यवहार और यौन उत्पीड़न --------------------- मासूम मन उस कच्ची मिट्टी के शरीर में दबे बीज की तरह होता है| जिसके पास पनपने के लिए जोश व साहस अन्दर ही अन्दर...

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लहराता चाँद - 40 - अंतिम भाग By Lata Tejeswar renuka

लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 40 नए साल की पार्टी के बाद रात के 1बजे संजय अनन्या अवन्तिका घर पहुँचे। अपने बैडरूम में पलँग पर धड़ल्ले से गिर कर अवन्तिका ने अनन्या से पूछा...

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एक दुनिया अजनबी - 26 By Pranava Bharti

एक दुनिया अजनबी 26- कॉलोनी में क्लब भी खुल चुका था और उसमें क्या-क्या सिखाया जा सकता था, इसका विचार भी किया जा रहा था |भाग्य से वहाँ के निवासियों द्वारा संगीत व नृत्य की कक्षाओं की...

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अब और नहीं... By Neelima Tikku

अब और नहीं... कड़ाके की ठंड में चारों ओर घना कोहरा छाया हुआ था। हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था। ऐसे में उसकी मज़बूरी को समझता हुआ वृद्ध रिक्शा चालक धीरे-धीरे उसे गंतव्य की ओर ले जा रहा...

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जट्टा और चिरैय्या चिर्रय By Priyanka Om

वह औचक ही सामने आ गया था. मुझपर नज़र पड़ते ही शर्मिंदगी से उसकी आँखें झुक गई थी. मानो उसका कृत्य क्षण भर पहले का हो. इतने वर्ष बीत गये, वक़्त नये नये पैहरन तैयार करता रहा और पुरानी...

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ढक्कन By Deepak sharma

ढक्कन “तुम मंजू दुबे की बेटी हो?” एक अपरिचिता हमारे घर की सीढ़ियों के गलियारे में खड़ी थीं. “हाँ,” कहते हुए मैं अपनी साइकिल गलियारे में ले आयी. “तुम्हार...

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इमली की चटनी में गुड़ की मिठास - 9 - अंतिम भाग By Shivani Jaipur

भाग-9 बारिश के ही दिन थे। मैना अपने पति और सास ससुर के साथ आई हुई थी।अदरक की चाय और गरमा गरम पकोड़े चल रहे थे। शालिनी के सास-ससुर ने शालिनी को अपने पास बिठाया! बात सुलोचना जी ने शु...

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लता सांध्य-गृह - 9 By Rama Sharma Manavi

पूर्व कथा जानने के लिए पिछले अध्याय अवश्य पढ़ें। नवां अध्याय----------------- गतांक से आगे…. --------------- अब लोग विदेशों की तर्ज पर वृद्धाश्रम को स्वीकार करने लगे हैं...

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क्रूरता By Ramnarayan Sungariya

कहानी-- क्रूरता आर.एन. सुनगरया,...

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करोड़ी By Prem

- प्रेम करोड़ी'प्रिया ओ प्रिया, देखो तो कौन है बाहर।’ चाय के संग अखबार को पीते हुए सुधांशु ने कहा।'देखती हूं।’ कुछ झुंझलाते हुए प्रिया रसोई से बाहर आई और मन ही मन बुदबुदाने...

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The Second Pregnancy in Corona kaal - 1 By my star kid

पहला भाग....मैं वानी...ये बात उस समय की है जब हम पहले बच्चे के बारे में सोच रहे थे।लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था।मेरा मिसकैरिज हो चुका था। मै और मेरे पति (अमन) दोनों ही नि...

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BOYS school WASHROOM - 11 By Akash Saxena "Ansh"

यश दरवाज़ा खोलकर बिना कुछ बोले अपनी स्टडी टेबल पर जाकर बैठ जाता है…अविनाश देखता है की यश अभी भी अपनी स्कूल ड्रेस मे ही है, उसकी टाई उसके बेड पर पड़ी है, उसके जूते भी बिखरे पड़े हैँ,...

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वसूली By Deepak sharma

वसूली “मालूम है?” मेरी मौसी की देवरानी मेरी दादी के कान में फुसफुसाई, “तुम्हारी बहू अब कस्बापुर वापस न आएगी.” मेरे कान खड़े हो लिए. “मखौल न कर,”...

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तीसरे लोग - 12 By Geetanjali Chatterjee

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बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख्वाब - 16 By Pradeep Shrivastava

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अपने-अपने कारागृह - 15 By Sudha Adesh

अपने-अपने कारागृह-15 16 मार्च को सुबह 10:00 बजे पदम और डेनियल आ गए । शाम 6:00 बजे रिया और पल्लव अपनी पुत्री परी के साथ आने वाले थे । अजय के पार्क में घुमाने तथा पास के शॉपिंग सेंट...

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ज्‍वार-भाटा By Ramnarayan Sungariya

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सुलझे...अनसुलझे - 25 - अंतिम भाग By Pragati Gupta

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लहराता चाँद - 40 - अंतिम भाग By Lata Tejeswar renuka

लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 40 नए साल की पार्टी के बाद रात के 1बजे संजय अनन्या अवन्तिका घर पहुँचे। अपने बैडरूम में पलँग पर धड़ल्ले से गिर कर अवन्तिका ने अनन्या से पूछा...

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एक दुनिया अजनबी - 26 By Pranava Bharti

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अब और नहीं... By Neelima Tikku

अब और नहीं... कड़ाके की ठंड में चारों ओर घना कोहरा छाया हुआ था। हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था। ऐसे में उसकी मज़बूरी को समझता हुआ वृद्ध रिक्शा चालक धीरे-धीरे उसे गंतव्य की ओर ले जा रहा...

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जट्टा और चिरैय्या चिर्रय By Priyanka Om

वह औचक ही सामने आ गया था. मुझपर नज़र पड़ते ही शर्मिंदगी से उसकी आँखें झुक गई थी. मानो उसका कृत्य क्षण भर पहले का हो. इतने वर्ष बीत गये, वक़्त नये नये पैहरन तैयार करता रहा और पुरानी...

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ढक्कन By Deepak sharma

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इमली की चटनी में गुड़ की मिठास - 9 - अंतिम भाग By Shivani Jaipur

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लता सांध्य-गृह - 9 By Rama Sharma Manavi

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क्रूरता By Ramnarayan Sungariya

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करोड़ी By Prem

- प्रेम करोड़ी'प्रिया ओ प्रिया, देखो तो कौन है बाहर।’ चाय के संग अखबार को पीते हुए सुधांशु ने कहा।'देखती हूं।’ कुछ झुंझलाते हुए प्रिया रसोई से बाहर आई और मन ही मन बुदबुदाने...

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वसूली By Deepak sharma

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